खिचड़ी में पक गई छिपकली, बच्चों की जान से खिलवाड़- जांच की मांग

Lizard cooked in Khichdi, playing with childrens lives - Demand for investigation
खिचड़ी में पक गई छिपकली, बच्चों की जान से खिलवाड़- जांच की मांग
अव्यवस्था खिचड़ी में पक गई छिपकली, बच्चों की जान से खिलवाड़- जांच की मांग

डिजिटल डेस्क, बार्शिटाकली. तहसील के सारकिन्ही स्थित आंगनवाड़ी में बच्चों को वितरित की गई खिचड़ी में छिपकली पकी हुई दिखाई दी। इस खिचड़ी को खाने से 12 बच्चे और चार महिलाओं को विषबाधा हुई। भाग्यवश तुरंत इलाज मिलने से सभी की स्थिति ठीक है, वरना बड़ा अनर्थ भी हो सकता था। इस घटना से अब बवाल मच गया है। यह किसकी लापरवाही है, आखिर खिचड़ी में छिपकली पकी कैसे, ऐसे कई सवाल उपस्थित करते हुए इस मामले की जांच की जाए, ऐसी मांग अब आम जनता में हो रही है। बार्शिटाकली तहसील के सारकिन्ही गांव में रोज की तरह शनिवार 21 जनवरी को नन्हे बच्चों के लिए खिचड़ी पकाकर उसका वितरण किया गया। बच्चों ने खिचड़ी खाई।

कुछ बच्चे खिचड़ी घर लेकर गए। कुछ ही देर बाद बच्चों को मचलाहट, उलटी, पेट दर्द ऐसे लक्षण दिखने लगे। इसी बीच एक बच्चे के डिबे में जो खिचड़ी थी उसमें छिपकली पकी हुई दिखाई दी। यह जानकारी समाने आते ही हडकंप मच गया। पता चला की 12 बच्चे और 4 महिलाएं बाधित हुई है। गांव के कुछ युवा कार्यकर्ता  बच्चों और महिलाओं को तुरंत गांव में स्थित स्वास्थ्य उप केंद्र में लेकर गए। लेकिन यह उपकेंद्र बंद था। जिस के बाद तुरंत सभी को पिंजर स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर भर्ती कराया गया। वहा पर तुरंत डा. अल्ताफ शेख और डा. आशिष इंगले ने सभी बाधितों पर इलाज शुरू किया। कुही समय में सभी के स्वास्थ्य में सुधार आते देख सभी ने राहत की सांस ली।  इस घटना की जानकारी मिलते ही बार्शिटाकली केतहसीलदार हामंद ने अस्पताल में जाकर बच्चों से पुछताछ की और इलाज का भी जायजा लिया। दिन भर डाक्टरों के निगरानी में रखकर शाम को सभी को छूट्टी दे दी गई। अब इस घटना के बाद आम जनता में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर खिचड़ी में छिपकली पड़ी कैसे यह बड़ा सवाल सबको हैरान कर रहा है। हालांकि जब खिचड़ी पकाई गई तब बर्तन में छिपकली नहीं दिखाई दी, ऐसा दावा खिचड़ी पकाने वालों का है। लेकिन एब बच्चे को जिस डिब्बे में खिचड़ी दी गई उसके डिब्बे में पकी हुई छिपकली दिखाई दी है। आखिर यह मामला क्या है, यह जांच का विषय है, ऐसा लोगों का कहना है।

मामले में हो सकती है जांच
सारकिन्ही के आंगनवाडी में जो घटना सामने आई है वो बेहद गंभीर है, ऐसा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है। दूसरी तरफ आम लोगों में इस मामले में की जांच की मांग उठ रही है और अधिकारियों ने अब तक कोई भी कदम नहीं उठाए है। लेकिन सूत्रों की माने तो इस मामले जांच हो सकती है। अब सही में जांच होती है या नहीं, अगर हुई तो क्या तथ्य सामने आएंगे, इस ओर सबका ध्यान लगा हुआ है।

बर्तन में छिपकली नहीं थी

गोदावरी पवार, आंगनवाड़ी सेविका के मुताबिक आंगनवाड़ी में  30 में से 15 बच्चे उपस्थित थे। हमने जब खिचड़ी बनाई तब बर्तन छिपकली नहीं थी। बच्चों के डिब्बे में छिपकली कैसी गई इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है।

 

Created On :   23 Jan 2023 5:59 PM IST

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