रेलवे के अनुपयोगी क्वार्टर बने नशाखोरी के अड्डे, परिसर में बिखरे हैं नशे के अवशेष  

Lavas useless quarters became drug dens, remnants of drugs are scattered in the premises
रेलवे के अनुपयोगी क्वार्टर बने नशाखोरी के अड्डे, परिसर में बिखरे हैं नशे के अवशेष  
रेलवे व पुलिस प्रशासन का नहीं जा रहा ध्यान रेलवे के अनुपयोगी क्वार्टर बने नशाखोरी के अड्डे, परिसर में बिखरे हैं नशे के अवशेष  

डिजिटल डेस्क,शहडोल। रेलवे कालोनी के अनुपयोगी और खंडहर हो चुके आवास नशा करने वालों के लिए शरणस्थली बन गए हैं। रेलवे का सामुदायिक भवन, यार्ड, बंद पड़े आवासों में नशाखोर घुसकर नशा करते रहते हैं। यहां पड़ी बोतलें और सिरेंज नशे की कहानी बयां कर रहे है। इन स्थानों में कभी भी कोई रेल अधिकारी या कर्मचारी नहीं जाते। जिसके कारण पूरी कालोनी का माहौल खऱाब हो रहा है।

रेलवे कालोनी परिसर की तलाशी ली जाये तो कई स्थानों में शराब की बोतले, कोरेक्स, ड्रग्स, सिरिंज, गोलियों के रैपर आदि मिल जायेंगे। नशाखोरी का अड्डा बन चुके परिसरों में कोई अधिकारी या पुलिसकर्मी नहीं आते। सूत्रों की मानें तो स्टेशन में घूमकर नशे का कारोबार करने वाले लोग ट्रेन से परिवहन कर नशे की सामग्री लाते हैं और दूसरी ट्रेन से गायब हो जाते हैं। ऐसे लोग की पहचान करना नशेडिय़ों के लिए आसान है। नशाखोरी के कारण ही रेलवे कॉलोनी में अक्षत सोनी की हत्या की बड़ी घटना हो चुकी है।

 

Created On :   10 Feb 2023 5:08 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story