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वेश बदल कर 24 साल से चित्रकूट में छिपा था लालाराम गैंग का हार्डकोर मेंबर
डिजिटल डेस्क,सतना। धर्मनगरी चित्रकूट में 24 साल से साधुवेश में छिप कर रह रहे बहुचर्चित अस्ता कांड के 50 हजार के इनामी डाकू छेदा सिंह उर्फ छींदा को अंतत: यूपी के औरैय्या की आयाना थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लगभग 4 दशक पहले बीहड़ में आतंक का पर्याय रहे लालाराम गैंग का यह 69 वर्षीय हार्डकोर मेंबर को 26 जून को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वह जब वह तबियत खराब होने पर अपने पैतृक गांव गया हुआ था।
टाठी घाट में बना रखी थी कुटिया-
पुलिस ने बताया कि चकमा देने के लिए इनामी डाकू ने साधु वेश बना रखा था। वह नयागांव थाना अंतर्गत मंदाकिनी के तट पर स्थित टाठी घाट में कुटिया बना कर रहता था। बाद में वह जानकीकुंड स्थित एक आश्रम में सेवादारी करने लगा था। तबियत खराब होने के छेदा सिंह 25 जून को अपने गांव भसौन गया, लेकिन अंतत: वह पहचाना गया। मुखबिरों की सूचना पर 26 जून को यूपी की अयान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
अंतरराज्यीय दस्यु के खिलाफ दर्ज हैं 24 अपराध-
पुलिस ने बताया कि 24 साल से फरार लालाराम गैंग के हार्डकोर मेंबर के विरुद्ध उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में लूट और फिरौती के करीब 24 अपराध दर्ज हैं। इसके पास से पुलिस ने फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए हैं। आरोपी चित्रकूट में बृजमोहन दास निवासी रघुराज नगर चित्रकूट के नाम से रह रहा था। उसके पास से इसी नाम का आधार कार्ड, पैनकार्ड और वोटर आईडी भी जब्त की गई है।
बहुचर्चित बेहमई कांड से भी जुड़े हैं तार-
पुलिस के मुताबिक सामूहिक दुष्कर्म का बदला लेने के लिए फूलनेदवी ने यूपी के कानपुर देहात थाना अंतर्गत बेहमई में वर्ष 1981 की 14 फरवरी को 20 ग्रामीणों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। असल में फूलन दस्यु सरगना लालाराम की तलाश में बेहमई पहुंची थी। हर घर की तलाशी के बाद भी जब गिरोह का सरगना नहीं मिला तो यमुना तट पर मान सिंह के साथ फूलन ने निर्मम नरसंहार कर दिया था। फूलन से इसी वारदात का बदला लेने के लिए लालराम गिरोह ने अस्ता में 12 मल्लाहों की हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि इस कांड में भी छेदा सिंह उर्फ छींदा पुलिस को वांछित था।
Created On :   27 Jun 2022 3:54 PM IST