ट्रेन में सफर के दौरान यात्री ने दिया झांसा, नौकरी के नाम पर 1 करोड़ की ठगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन में सफर के दौरान एक यात्री से मुलाकात होने पर पीड़ित व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों ने उस यात्री पर भरोसा कर लिया। भरोसे में लेने के बाद यात्री ने उसने करीब 20 पीड़ितों को नौकरी लगाने के नाम पर करीब 1 करोड़ रुपए ऐंठ लिए। आरोपी ने पीड़ितों को स्टील प्लांट का फर्जी कॉल लेटर दिया और बाद में उसने संपर्क नंबर बंद कर दिया। पीड़ितों ने आरोपी आकाश मुखर्जी को नकद और ऑनलाइन रुपए भेजे थे। वाड़ी पुलिस ने पीड़ित रमेश चतुर्वेदी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच पुलिस की आर्थिक विंग को सौंपी गई है।
प. बंगाल जाते समय हुई पहचान
पुलिस के अनुसार प्लाॅट नं.-44, गजानन नगर, दत्तवाड़ी निवासी रमेश कपिलदेव चतुर्वेदी (57) ने पुलिस को बताया कि, वह 8 जनवरी 2020 को नागपुर से पश्चिम बंगाल ट्रेन से जा रहे थे। सफर में उनकी पहचान आरोपी आकाश मुखर्जी (40), पलास, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल निवासी से हुई। आरोपी ने बताया कि वह दुर्गापुर स्थित स्टील प्लांट में इम्प्रूवमेंट आॅफिसर है। उसने किसी को भी नौकरी लगाने की बात कर रमेश को झांसे में लेकर उसका विश्वास हासिल किया।
पैसे लेकर 20 रिश्तेदारों को भेजा फर्जी कॉल लेटर
पश्चात रमेश सहित उसके 20 रिश्तेदारों को अलग-अलग पदों पर नौकरी लगाने का लालच दिया। इसके बाद आरोपी आकाश मुखर्जी ने 8 जनवरी 2020 से नवंबर 2022 के बीच अलग- अलग समय में नकद व आॅनलाइन उनसे करीब 98.90 लाख रुपए लिए। पैसे लेने बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर सभी को नौकरी का फर्जी कॉल लेटर भेजा।
पैसे वापस मांगे, तो फोन बंद कर दिया
जब पीड़ित कॉल लेटर लेकर नौकरी करने के लिए पहुंचे, तब ठगी का भांडाफोड़ हुआ। आरोपी से पैसे मांगने पर टालमटोल करते हुए आरोपी ने फोन बंद कर दिया, तब पीड़ित रमेश व उसके रिश्तेदारों ने वाड़ी पुलिस से शिकायत की। करीब 4 माह जांच के बाद उप-निरीक्षक नाचन ने धारा 420, 464, 465, 468 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले की क्राइम ब्रांच पुलिस की आर्थिक विंग जांच कर रही है।
Created On :   9 April 2023 7:29 PM IST