जिलाध्यक्ष बोले कार्रवाई में विलंब का कारण ही मान-मनौव्वल

District President said that the reason for delay in action is respect
जिलाध्यक्ष बोले कार्रवाई में विलंब का कारण ही मान-मनौव्वल
शहडोल जिलाध्यक्ष बोले कार्रवाई में विलंब का कारण ही मान-मनौव्वल

डिजिटल डेस्क,शहडोल। जिले के चार नगरीय निकाय (धनपुरी नगरपालिका और ब्यौहारी, बकहो व खांड़ नगर परिषद) में मतदान से दो दिन पहले भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। इसमें पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष से लेकर, पूर्व पार्षद, पूर्व जिला महामंत्री, मंडल उपाध्यक्ष, भाजयुमो के पूर्व जिलामंत्री, जिला कार्यसमिति सदस्य सहित दूसरे पदाधिकारी व पार्टी से कई वर्षों से जुड़े कार्यकर्ता शामिल हैं। प्रदेश भाजपा से 10 जुलाई को जारी सूची के बाद पार्टी से बगावत करने वालों में हड़कंप है तो कुछ घोषित उम्मीदवार यह भी कह रहे हैं कि जिला भाजपा की ओर से चुनाव में नाम वापसी के 17 दिन बाद बागियों को पार्टी से निष्कासित किया गया। इससे चुनाव में हुए नुकसान की जवाबदारी अब कौन लेगा? बता दें कि पार्टी ने निष्कासन की कार्रवाई तब की है जब 13 जुलाई को मतदान में सिर्फ दो दिन ही शेष रह गए हैं। दूसरी ओर पार्टी द्वारा निष्कासन की सूची जारी होने के बाद निष्कासित नेता व कार्यकर्ता यह भी कह रहे हैं कि ऐसा पहली बार हुआ पार्टी से कोई मनाने नहीं आया। इधर, कार्रवाई को लेकर भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह का कहना है कि निष्कासन में विलंब ही इसलिए हुआ कि कार्यकर्ताओं को मनाने की पूरी कोशिश की गई। धनपुरी में तो एक बागी कार्यकर्ता की पत्नी ने भाजपा के पार्षद उम्मीदवार से अभद्रता तक की, फिर भी हम मनाने में लगे रहे। ब्यौहारी में 11 कार्यकर्ताओं को मनाया, सात नहीं माने तो निष्कासित करना पड़ा। खांड के एक कार्यकर्ता को तो मंच में मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात करवाई फिर भी वे नहीं माने। 

सर्वाधिक निष्कासन धनपुरी में

भाजपा ने बागियों पर निष्कासन की कार्रवाई की तो सर्वाधिक संख्या धनपुरी नगर पालिका से है। यहां 27 लोगों को पार्टी से निष्कासित किया गया है। इसी प्रकार बकहो में 15, खांड़ में 15 व ब्यौहारी में 7 कार्यकर्ताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। 

कांग्रेस में भी असंतोष, टिकट वितरण में विधायक उम्मीदवार की नहीं चली

नगरीय निकाय चुनाव में टिकट वितरण के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में भी असंतोष पनप रहा है। ब्यौहारी नगर परिषद में पूर्व वित्तमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष रहे रामकिशोर शुक्ला के नाती संजय शुक्ला को टिकट नहीं मिली और वे निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतरे तो पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। चर्चा है कि जैतपुर विधानसभा से 2018 में कांग्रेस से चुनाव लडऩे वालीं उम्मीदवार उमा धुर्वे के कहने पर भोपाल से टिकट फाइनल होने के बाद टिकट गई। जिले के एक नगर परिषद में टिकट वितरण को चर्चा यह तक है कि सीधी के अनुज के कहने पर यहां ज्यादातर टिकट फाइनल कर दिया गया। जिससे सीधे तौर पर कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचने की आशंका है। धनपुरी नगर पालिका व बकहो नगर परिषद में पार्टी के बागियों को निष्कासित करने में लेटलतीफी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
 

Created On :   12 July 2022 5:21 PM IST

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