छात्र का परिणाम दोबारा जारी करे सीबीएसई, 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में कर दिया था अनुत्तीर्ण
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डिजिटल डेस्क, नागपुर. 12वीं कक्षा के बोर्ड परिणाम में एक छात्र को अनुत्तीर्ण करने के सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) बोर्ड के फैसले को बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने खारिज किया है। सीबीएसई को छात्र का परिणाम दोबारा जारी करने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता का नाम माधव चोरगडे (19) है और वह शहर के नरेंद्र नगर का निवासी है।
परिणाम भेजने में गलती की
याचिकाकर्ता शहर के एक निजी सीबीएसई स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र था। वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के कारण 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा स्कूल द्वारा ही ली गई थी। 31 जुलाई 2021 को परीक्षा का परिणाम जारी किया गया, जिसमें छात्र को रसायन शास्त्र विषय में अनुत्तीर्ण दर्शाया गया। छात्र का आरोप है कि स्कूल ने सीबीएसई को परिणाम भेजने में गलती की। उसे रसायन शास्त्र विषय में 80 में से 16 अंक मिले थे, ऐसे ही मनोविज्ञान विषय में 80 में से 23 अंक मिले थे।
नियमानुसार उसके पास 7 ग्रेस अंक उपलब्ध थे। अगर स्कूल इन 7 ग्रेस अंकों को रसायन शास्त्र विषय में मिले 16 अंकों से जोड़ देता, तो वह आसानी से उत्तीर्ण हो जाता। लेकिन स्कूल ने ऐसा नहीं किया, 7 ग्रेस अंक मनोविज्ञान विषय में जोड़ दिए गए, जबकि मनोविज्ञान विषय में ग्रेस अंक जोड़ने की जरुरत नहीं थी, छात्र इस विषय में ऐसे ही उत्तीर्ण हो गया था। स्कूल प्रबंधन और सीबीएसई के खिलाफ छात्र ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की। मामले में सभी पक्षों को सुनकर हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है।
Created On :   2 May 2023 4:30 PM IST