भादों की बारिश ने किया बेहाल, कई रास्ते हुए बंद

Bhadons rain made trouble, many roads were closed
भादों की बारिश ने किया बेहाल, कई रास्ते हुए बंद
सिवनी भादों की बारिश ने किया बेहाल, कई रास्ते हुए बंद

डिजिटल डेस्क , सिवनी। जिले में बीते ४८ घंटों में लगी झड़ी के कारण जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि मंगलवार को दिन में कुछ राहत मिली लेकिन बीते दो दिनों में लगातार जारी रही बारिश का असर अब भी नजर आ रहा है। जिले में सिवनी-मंडला एसएच ११ ए सहित अन्य कई मार्ग बंद हो गए हैं। वैकल्पिक रूप से शुरु हुई यात्रा में मुसाफिरों को २५ किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। वहीं बांधों के जल स्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिस कारण गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हो रहे हैं।
बंद हुआ आवागमन
सिवनी से मंडला, डिंडौरी, अमरकंटक के लिए स्टेट हाइवे क्रमांक 11 ए में सिवनी की सीमा पर नैनपुर के पास स्थित थांवर नदी का पुल लगातार बारिश में 24 घंटे से अधिक समय तक पानी में डूबा रहा। लगातार बारिश और बांध का गेट खोले जाने के कारण पुल पूरा पानी में डूबा हुआ था। पुल से लगभग 10 से 12 फीट ऊपर पानी बह रहा था। मंगलवार की सुबह जब नदी का पानी पुल से उतरा तो नजारा चौंका देने वाला था। पुल का एक बड़ा हिस्सा पानी मेें बह गया था। वहीं पुल में अनेक स्थानों पर पत्थर उखड़ गए थे। जिस कारण प्रशासन ने आनन फानन में बेरिकेट्स लगाकर यातायात बंद करा दिया।
बह गया काफी हिस्सा
मंगलवार को पानी उतरने पर देखा गया कि अंग्रेजों के शासन काल में बने इस पुल बड़े-बड़े पत्थरों को टाइल्स के रूप में रखकर बनाया गया था। इसके स्लैब का काफी हिस्सा ही बह गया था। केवलारी एसडीएम अमित सिंह ने बताया कि पुल का अधिकांश हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। किसी भी संभावित हादसे की आशंका को रोकने के लिए बेरिगेडिंग कर पुल से यातायात को रोक दिया गया है।
करना पड़ रहा है 25 किमी का अतिरिक्त सफर
यह मार्ग काफी व्यस्त रहता है। यह नागपुर को कान्हा नेशनल पार्क, मंडला, डिंडौरी और अमरकंटक आदि स्थानों को जोड़ता है। शुरुआत मेें मुसाफिरों ने नैनपुर से बालाघाट मार्ग से नागपुर की ओर सफर किया लेकिन बाद में बारिश में इस मार्ग पर स्थित चांगोटोला के पास देवसर्रा में रपटा बीच से धसक गया जिसके कारण यह मार्ग भी बंद हो गया। ऐसे में अब मुसाफिर नैनपुर से पिंडरई, छींदा केवलारी होते हुए सफर कर रहे हैं। इस मार्ग से भी लगभग 25 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।
अभी करना होगा इंतजार
मंगलवार को पुल की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद मंडला और सिवनी से अधिकारी मौके पर पहुंचे और मार्ग को किसी तरह शुरु करने के प्रयासों को समीक्षा की। इस नदी पर एक पुल का निर्माण किया जा रहा है। लगभग साढ़े नौ करोड़ रुपए की लागत से लोक निर्माण विभाग के सेतु निगम के द्वारा बनाए जा रहे इस पुल का निर्माण इसी साल जून में पूरा हो जाना था लेकिन अब इसकी समय सीमा बढ़ाकर मार्च 23 कर दी गई है।
जान हथेली पर रख निकाल रहे बाइक
बारिश के दौरान खतरे की एक और तस्वीर बादलपार क्षेत्र से सामने आई है। जहां बिल्कुल संकरे रास्ते से लोग बाइक निकाल रहे हैं। पेंच नदी के पुल में बेलपेठ क्षेत्र में पुल के पहले काफी संकरे रास्ते से लोग बाइक को निकाल रहे हैं। किसी भी समय इसके कारण गंभीर हादसा होने की आशंका लगातार बनी हुई है।
छात्रों को रुकवाया स्कूल में
बारिश के कारण टेमर नदी में बाढ़ आ जाने के कारण छात्रों को स्कूल परिसर में ही रात गुजारनी पड़ी। कहानी क्षेत्र में अत्याधिक बरसात के चलते सुदूर अंचल दारोड एवं पिंडरई के बीच जाने वाली टेमर नदी उफ ान में आने के कारण सोमवार को कहानी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं बारोट माध्यमिक शाला में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को दारोड ग्राम में ही रुकना पड़ा। समस्या को देखते बारोट माध्यमिक शाला में पदस्थ शिक्षक दिलीप मस्कुल,  इरफ ान खान एवं ग्रामीणों के माध्यम से इन छात्र छात्राओं के लिए माध्यमिक शाला भवन में ही भोजन की व्यवस्था की गई। नदी का बहाव कम होने पर छात्रों को सुरक्षित उनके गांव छोड़ा गया।  
तीन दिनों में बरसा छह इंच पानी
जिले में बीते तीन दिनों में लगभग छह इंच बारिश रिकार्ड की गई है। जिसके कारण सभी नदी नाले उफना गए। सिवनी में शनिवार शाम से लेकर मंगलवार शाम तक कुल १४२ मिमी बारिश हुई। १४ अगस्त को  ७९.६ मिमी, 15 अगस्त को ४८.२ मिमी और 16 अगस्त को 14.2 ंिममी बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जा रही

Created On :   17 Aug 2022 4:49 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story