खरीदी केन्द्रों में अराजकता, किसानों में बढ़ रहा असंतोष
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डिजिटल डेस्क कटनी । अब जब धान की खरीदी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है तब कहीं बारदाना की कमी तो कहीं उठाव नहीं होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं तौल में अधिक धान लेने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। शुरूआत में प्रशासनिक स्तर पर की गई ढिलाई का खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। खरीदी के बीच दूसरी बार बारिश की स्थितियां बनने के कारण किसानों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। जिम्मेदारों ने भी किसानों को उनके हाल पर छोडक़र मुंह फेर लिया है। वैसे तो प्रशासन ने लक्ष्य के अनुसार परिवहन नहीं होने एवं केन्द्रों में अव्यवस्था मिलने पर नागरिक आपूर्ति निगम, वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन, सहकारिता विभाग के चार अधिकारियों सहित दो ट्रांसपोर्टर को शोकाज नोटिस जारी किए थे पर उसके बाद भी हालातों में सुधार नहीं होने सेकिसानों में असंतोष बढऩे लगा है।
फैक्ट फाइल
कुल पंजीकृत कृषक -50009
विक्रेता कृषक संख्या -22745
कुल खरीदी गई धान -189966
परिवहन -133088
किसानों को देय राशि-265 करोड़
अब तक भुगतान -1.49 करोड
चार दिन बाद भी नहीं मिली तौल पर्ची
किवलारी केन्द्र में उपज का विक्रय करने वाले किसान सुजय गुप्ता, सनद गुप्ता एवं महेश चौधरी के अनुसार चार दिन पहले शुक्रवार को उनकी धान की तौल हुई थी पर पर्ची अब तक नहीं दी गई। वे चार दिन से खरीदी केन्द्र का चक्कर लगा रहे हैं पर तौल पर्ची नहीें दी गई। प्रभारी द्वारा कहा जाता है कि उनकी धान पोर्टल में दर्ज कर दी है। 490 में 180 किसानों से खरीदी बहोरीबंद तहसील के कौंडिया में धान विक्रय के लिए 490 किसानों ने पंजीयन कराया था। इनमें से अब तक 180 किसानों से ही धान की खरीदी हुई है। किसानों ने आरोप लगाया कि कौंडिय़ा एवं किवलारी खरीदी केन्द्रों में प्रत्येक बोरी में एक किलोग्राम अधिक (41.300 किग्रा) धान तौली जा रही है। अधिक धान लेने का विरोध करने पर धान रिजेक्ट होने का भय रहता है या फिर बारदाना नहीं होने की बात कहकर धान खरीदी से इंकार कर दिया जाता है।
Created On :   4 Jan 2022 4:03 PM IST