राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सामान्य मनोरंजन चैनलों को एडवाइजरी!

Advisory to general entertainment channels to raise awareness about national helpline numbers!
राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सामान्य मनोरंजन चैनलों को एडवाइजरी!
राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सामान्य मनोरंजन चैनलों को एडवाइजरी!

डिजिटल डेस्क | सूचना और प्रसारण मंत्रालय राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सामान्य मनोरंजन चैनलों को एडवाइजरी| सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आज सभी निजी सामान्य मनोरंजन (गैर-समाचार) टेलीविजन चैनलों को एक टिकर के जरिए या ऐसे तरीकों से, जिन्‍हें वे उपयुक्त समझते हैं, समय-समय पर, विशेषकर प्राइम टाइम के दौरान निम्नलिखित राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एडवाइजरी की है।

1075 स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1098 महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का बाल हेल्पलाइन नंबर 14567 सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन नंबर (एनसीटी दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड) 08046110007 मनोवैज्ञानिक सहायता के लिए निमहांस का हेल्पलाइन नंबर 14443 आयुष कोविड-19 परामर्श हेल्पलाइन नंबर 9013151515 MyGovWhatsApp हेल्पडेस्क ये राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर देश के नागरिकों के हित में सरकार द्वारा बनाए और प्रचारित किए गए थे।

एडवाइजरी में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि पिछले कई महीनों में सरकार ने तीन महत्वपूर्ण मुद्दों य‍था कोविड उपचार प्रोटोकॉल, कोविड उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण के बारे में जागरूकता उत्‍पन्‍न करने के लिए प्रिंट, टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया, इत्‍यादि सहित विभिन्न साधनों और मीडिया प्लेटफॉर्मों के माध्यम से जागरूकता उत्‍पन्‍न की है।

एडवाइजरी में निजी टीवी चैनलों को उपर्युक्‍त तीनों मुद्दों के बारे में जागरूकता उत्‍पन्‍न करके और लोगों को सूचित करके इस महामारी से लड़ने में सरकार के प्रयासों में पूरक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का श्रेय दिया गया है। एडवाइजरी में यह आग्रह किया गया है कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए निजी टीवी सामान्य मनोरंजन (गैर-समाचार) चैनलों को राष्ट्रीय स्तर के चार हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी जाती है।

Created On :   4 Jun 2021 2:39 PM IST

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