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11 करोड़ से अधिक के गबन के मामले में आरोपी अभी भी फरार
डिजिटल डेस्क,सिवनी। केवलारी तहसील के बाबू सचिन दहायत द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरी और राजस्व विभाग ने बाबू सचिन के खिलाफ विभागीय जांच शुरु कर दी है। एफआरआई दर्जन होने के दूसरे दिन केवलारी पुलिस साक्ष्यों को जुटाने में लगी रही। वहीं तहसील का अमला भी दस्तावेजों की जांच पड़ताल करते रहा।
माना जा रहा है कि इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। हालांक पुलिस की पूरी जांच में ही यह बात सामने आ पाएगी। ज्ञात हो कि नायब नाजिर (लिपिक स्तर का पद) सचिन ने दो साल के भीतर 279 जीवित लोगों को मृत बताकर 4-4 लाख रुपए की राशि बैंक खातों में डाल दी। केवलारी विधायक राकेश पाल ने इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच की मांग सीएम से की है।
एक खाते में कई बार राशि डाली
जांच में पता लगा कि आरोपी सचिन ने एक ही खाते में कई बार राशि डाली है। किसी खाते में सात बार तो किसी में दस बार राशि डाली है। इसमें अधिकांश तो सचिन के करीबी और दोस्त बताए जा रहे हैं। हालांकि इसमें अभी किसी के नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। बैंक खाते होल्ड करने के बाद पुलिस की जांच और तेजी से बढ़ गई है। सचिन फरार चल रहा है उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस जुटी हुई है। सचिन को नौकरी अनुकंपा पर मिली है।
ट्रेजरी और बैंक से भी आपत्ती नहीं
एक ही खाते में बार बार राशि जाने को लेकर ट्रेजरी (कोषालय) और बैंकों ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। इस पर भी किसी प्रकार की आपत्ती नहीं लगाई गई। जबकि छोटी सी भी शंका पर बैंक और ट्रेजरी पत्राचार करता है। ऐसे में बिना जांच पड़ताल के खाते में राशि ट्रांसफर होती रही। जबकि किसी भी सरकारी फंड देने की प्रक्रिया तीन चरणों में होती है। पहले विभागीय, दूसरी ट्रेजरी और तीसरा बैंक। इस फर्जीवाड़े में 11.16 करोड़ रुपए गलत तरीके से अपात्र लोगों के खाते चले गए।
इनका कहना है
बाबू सचिन दहायत के खिलाफ विभागीय जांच शुरु हो गई है। नायब तहसीलदार और उनके साथ की टीम इसमें जांच करेगी। कार्यालय स्तर पर सभी दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रहे हैं।
हरीश लालवानी, तहसीलदार, केवलारी
Created On :   17 Nov 2022 3:16 PM IST