विपक्षी एकता : कर्नाटक जीत के बाद कांग्रेस का जोश हाई, असहज जदयू आईंना दिखाने में जुटा

विपक्षी एकता : कर्नाटक जीत के बाद कांग्रेस का जोश हाई, असहज जदयू आईंना दिखाने में जुटा
  • कर्नाटक जीत के बाद कांग्रेस का जोश हाई
  • 12 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक
  • जदयू ने पहले के चुनाव नतीजे याद दिलाए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 12 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे या फिर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के शामिल नहीं होने की चर्चा विपक्षी एकता की मुहिम के लिए एक झटका मानी जा रही है। सूत्र बताते हैं कि कर्नाटक चुनाव में प्रभावी जीत मिलने के बाद कांग्रेस के हावभाव बदले हैं और अब वह विपक्षी एकजुटता की कवायद में खुद को केन्द्रीय भूमिका में देखना चाहती है। अगर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों पटना बैठक से दूरी बनाते हैं और पार्टी के किसी अन्य नेता को बतौर प्रतिनिधि उसमें भेजते हैं, तो साफ है कि कांग्रेस विपक्षी एकता को गंभीरता से लेने के अपने इरादे से पीछे हट रही है। विशेष बात यह कि यह विपक्षी एका में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार के लिए भी एक बड़ा झटका होगा।

कांग्रेस की सहमति से ही तय हुई थी तारीख

जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पटना बैठक की तिथि कांग्रेस के इन दोनों नेताओं से परामर्श के बाद ही तय की गई है। ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेता यदि बैठक में आने से बचते हैं तो इसका पूरा ठीकरा उन्हीं के सिर फूटेगा। जदयू का कहना है कि नीतीश कुमार की पहल का असर यह हुआ है कि एक दूसरे से नजर चुराने वाले विपक्षी नेता भी एक मंच पर आने को तैयार हुए हैं। चाहे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी हो या फिर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और माकपा, सभी ने नीतीश की कोशिश को सराहा है। नीतीश की समझाईश के बाद सभी दल 2024 में भाजपा को हराने के लिए एक साथ आने को तैयार हैं। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पटना बैठक को गंभीरता से नहीं लेने की खबर चुभने वाली है।

जदयू ने पहले के चुनाव नतीजे याद दिलाए

जदयू नेता ने कांग्रेस को आईंना दिखाते हुए कहा कि पिछली बार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी, लेकिन उसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में इन तीनों राज्यों में मोदी लहर के सामने कांग्रेस धराशायी हो गई थी। हालांकि जदयू को उम्मीद है कि कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं में से कोई एक नेता पटना बैठक में जरूर पहुंचेगा। दरअसल कांग्रेस को लेकर यह सवाल तब उठा जब पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पटना बैठक में कांग्रेस पार्टी शामिल होगी, लेकिन अभी यह तय नहीं है कि बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधत्व कौन करेगा?

Created On :   2 Jun 2023 8:26 PM IST

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