New Delhi News: वर्ष 2047 तक पत्तन क्षमता को 10,000 मिलियन टन तक बढ़ाने का उद्देश्य - केंद्र

- लॉजिस्टिक लागत को कम करना उद्देश्य
- पत्तन क्षमता को 10,000 मिलियन टन तक बढ़ाने का उद्देश्य
New Delhi News. केंद्र सरकार ने वर्ष 2047 तक देश की पत्तन क्षमता को 10,000 मिलियन टन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। सरकार की इस पहल का उद्देश्य लॉजिस्टिक लागत को कम करना और पोत के टर्नअराउंड समय को कम करके व्यापार दक्षता को बढ़ाना है। लोकसभा में शुक्रवार को पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शिवसेना (शिंदे) सांसद श्रीकांत शिंदे और रविंद्र वायकर के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह विस्तार कार्गो हैंडलिंग को तेजी से, अधिक लागत प्रभावी तरीके से सक्षम करके भारत के वैश्विक निर्यात को सुदृढ़ तथा और अधिक ठोस व्यापार अवसंरचना के माध्यम से राष्ट्रीय आर्थिक विकास का संवर्धन करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े जलयानों के लिए जगह बनाने के लिए अवसंरचना को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए वधावन जैसे मेगा पत्तनों का विकास कर रही है। इसके अतिरिक्त गलाथिया बे एक कार्यनीतिक पत्तन बनने के लिए तैयार है, जिससे भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच संपर्कता बढ़ेगी। ये पहल वैश्विक शिपिंग हब में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय पत्तनों पर कंटेनर जलयानों का टर्नअराउंड समय वित्त वर्ष 2013-14 में 42 घंटों से घटकर वित्त वर्ष 2023-24 में 30 घंटे होना पत्तन दक्षता में सुधार लाने में सरकारी नीतियों की सफलता को दर्शाता है। भविष्य में स्वचालन, पत्तन विस्तार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व इंटरनेट ऑफ थिंग्स (एआई और आईओटी) का एकीकरण इन लाभों के बनाए रखने और भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति को मजबूत करने के लिए जरूरी होगा।
Created On :   4 April 2025 8:43 PM IST