नई दिल्ली: एक दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री भी पहुंचे लोकसभा, भूपेश-मुंडा सहित आधा दर्जन पूर्व सीएम हारे

एक दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री भी पहुंचे लोकसभा, भूपेश-मुंडा सहित आधा दर्जन पूर्व सीएम हारे
  • चुनाव जीत ओम बिरला ने तोड़ा मिथक
  • कर्नाटक के तीन पूर्व सीएम जीते

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, अजीत कुमार, लोकसभा चुनाव में डेढ़ दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री भी मैंदान में थे। 2024 के रण में उतरे 18 पूर्व मुख्यमंत्रियों में से 12 को जीत मिली तो 6 को हार का स्वाद भी चखना पड़ा है। मध्यप्रदेश के चुनावी समर में दो पूर्व मुख्यमंत्री थे। इनमें से एक शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा सीट से 8 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की है तो दिग्विजय सिंह को राजगढ़ सीट पर हार मिली है। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव देब ने त्रिपुरा पश्चिम सीट से 6 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कन्नौज सीट तो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी गया सीट जीतकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने में कामयाब रहे हैं।

कर्नाटक के तीन पूर्व सीएम जीते

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे प्रदेश की रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से जीतने में सफल रहे तो झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को खूंटी सीट से हार का सामना करना पड़ा है। कर्नाटक के तीन पूर्व मुख्यमंत्री भी 18वीं लोकसभा में पहुंचने में कामयाब रहे हैं। इनमें मांड्या सीट से एचडी कुमारस्वामी, बेलगाम सीट से जगदीश शेटार और हावेरी सीट से बसवराज बोम्मई का नाम शामिल है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर सीट से जीत मिली है तो असम के पूर्व मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल डिब्रूगढ़ सीट से लोकसभा में पहुंचन में कामयाब रहे हैं। अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब टुकी अरूणाचल पश्चिम सीट से तो छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव सीट से हार चुके हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी क्रमश: बारामूला और अनंतनाग सीट से हार का सामना करना पड़ा है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत हरिद्वार सीट से तो हरियाणा के पर्व सीएम मनोहरलाल करनाल सीट से जीतने में कामयाब रहे हैं।

चुनाव जीत ओम बिरला ने तोड़ा मिथक

ओम बिरला दो दशक बाद दोबारा लोकसभा में पहुंचने वाले पहले लोकसभा अध्यक्ष बने हैं। 1999 के बाद कोई भी लोकसभा अध्यक्ष फिर से लोकसभा में पहुंचने में सफल नहीं रहा था। बिरला ने इस मिथक को तोड़ दिया है।

बता दें कि अक्टूबर 1999 में वाजपेयी सरकार के दौरान तेलुगुदेशम पार्टी के जीएमसी बालयोगी लोकसभा अध्यक्ष बने थे। लेकिन 3 मार्च 2002 को एक हेलीकॉप्टर हादसे में उनका निधान हो गया था। बालयोगी के निधन के बाद शिवसेना के मनोहर जोशी को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन 2004 में हुए लोकसभा चुनाव मेें वे मुंबई उत्तर-मध्य सीट से चुनाव हार गए। इसी प्रकार 2004 में संप्रग सरकार के दौरान लोकसभा अध्यक्ष बने सोमनाथ चटर्जी ने 2009 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। फिर 2009 में मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष बनीं। लेकिन मीरा 2024 का लोकसभा चुनाव हार गईं थी। इसी प्रकार 2014 में लोकसभा अध्यक्ष बनीं सुमित्रा महाजन ने 2019 का चुनाव नहीं लड़ा था।

Created On :   4 Jun 2024 2:12 PM GMT

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