समस्या: वेबपोर्टल दे रहा दगा, मुख्यमंत्री के पत्र के साथ सेल्फी अपलोड न होने से विद्यार्थी-अभिभावक परेशान

वेबपोर्टल दे रहा दगा, मुख्यमंत्री के पत्र के साथ सेल्फी अपलोड न होने से विद्यार्थी-अभिभावक परेशान
  • वेबपोर्टल सेल्फी का बोझ ही नहीं सह पा रहा
  • बार-बार बंद होने से परेशान हो रहे लोग
  • अधिकारी कुछ भी बोलने से कर रहे इंकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई । स्कूली शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के पत्र की प्रति लेकर अभिभावकों के साथ सेल्फी खींचकर वेबपोर्टल पर अपलोड करने का जो कार्यक्रम शुरू किया है उससे विद्यार्थियों के साथ अभिभावक भी परेशान हो गए हैं। दरअसल आनन फानन में बनाया गया वेबपोर्टल सेल्फी का बोझ ही नहीं सह पा रहा है और बार-बार बंद हो जा रहा है। शनिवार को खबर लिखते समय तो वेबपोर्टल अंडर मेंटेनेंस दिखा रहा था।

मामले में संपर्क करने पर अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। महानगर के गोवंडी इलाके में रहने वाली नूरी बानो जिनके दो बच्चे हैं वे बेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों पर सेल्फी अपलोड करने का दबाव बनाया जा रहा है और हम पिछले कुछ दिनों में कई बार कोशिश कर चुके हैं लेकिन तस्वीर अपलोड ही नहीं हो पा रही थी अब तो वेबपोर्टल ही बंद है। बच्चे परेशान हैं कि सेल्फी अपलोड नहीं की तो शिक्षक उन्हें डाटेंगे समझ में नहीं आ रहा है क्या करें। योजना शुरू करने से पहले ही यह देख लेना चाहिए था कि वेबसाइट इतना ट्रैफिक संभाल पाएगी या नहीं। इसके लिए पहले से पूरी तैयारी की जानी चाहिए थी।

एक्टिविस्ट नितीन दलवी ने कहा कि परीक्षा के वक्त इस तरह के कार्यक्रम बच्चों की परेशानी बढ़ा रहे हैं। राज्य में 2 करोड़ 10 लाख से ज्यादा विद्यार्थी हैं और इनमें लाखों ऐसे हैं जिनके अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं ऐसे बच्चे सेल्फी कैसे अपलोड करेंगे। सवाल यह भी है कि क्या बच्चों की तस्वीर वेबसाइट पर अपलोड करना ठीक है। राकांपा (शरद पवार) के अमोल मतेले ने कहा कि सरकार विद्यार्थियों का समय और ऊर्जा गैरजरूरी कामों में खर्च कर रही है। इस तरह की योजनाओं से बच्चों को क्या लाभ होगा यह सिर्फ सरकार का अपने प्रचार का जरिया है। एक ओर कम बच्चों के बहाने स्कूल बंद किए जा रहे हैं दूसरी ओर ऐसी योजनाओं पर खर्च किया जा रहा है।

क्या है योजना : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विद्यार्थियों के नाम पत्र लिखा है जिसमें मुख्यरूप से सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी है। विद्यार्थियों को कहा गया है कि वे पत्र का रंगीन प्रिंट आउट लेकर अपने अभिभावकों के साथ एक सेल्फी खींचे। सेल्फी के साथ 10 वाक्य का एक घोषवाक्य भी लिखना है। www.mahacmletter.in वेबपोर्टल पर सेल्फी और घोषवाक्य अपलोड किया जाना है। हर जिले से एक बच्चे का चुनाव होगा जिनके शिक्षक, अभिभावकों के साथ मुख्यमंत्री खाना खाएंगे और छात्रों को सम्मानित करेंगे।

Created On :   2 March 2024 8:00 PM IST

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