Nagpur News: नागपुर शहर की दोनों कचरा संकलन कंपनियों को तीन माह में किश्तों में होगा भुगतान

  • तीन किश्तों में भुगतान को आयुक्त की मंजूरी
  • एजेंसियों से नाराज मनपा की नई योजना तैयार
  • पुरानी कचरा संकलन कंपनी को सौंप सकते हैं जिम्मेदारी

Nagpur News महानगरपालिका आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी ने शहर में कचरा संकलन करनेवाली दोनों एजेंसी की बकाया राशि भुगतान के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। प्रस्ताव को अब मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी सदाशिव शेलके के पास भेजा गया है। करीब 32 करोड़ की राशि को सितंबर से दिसंबर तक तीन किश्तों में भुगतान किया जाएगा। इसके बाद ही दोनों कंपनियों एजी एन्वायरों लिमिटेड और बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को कानूनी नोटिस भी दिया जाएगा। कचरा मिलाने की शिकायत, कचरा संकलन में लापरवाही समेत अनेक शिकायतों के चलते दोनो कंपनी को हटाने की प्रक्रिया की जाएगी। दोनों कंपनियों को हटाने पर अस्थायी रूप से व्यवसथा को संभालने के लिए पुरानी कचरा संकलन एजेंसी से प्रस्ताव भी लिया जा रहा है। दोनों कंपनियों के कानूनी विकल्पों को समाप्त करने के लिए जनवरी से 4 करोड़ 39 लाख 46 हजार 410 रुपए का दंड भी किया जा चुका है।

शहर में कचरा संकलन को लेकर लगातार शिकायतों को देखते हुए मनपा प्रशासन अब बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। मनपा आयुक्त डॉ चौधरी ने बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पुणे की एस्केलेशन की 15 करोड़ और एजी एन्वायरों कंपनी की 17 करोड़ रुपए की बकाया राशि के भुगतान प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। दोनों कंपनियों को तीन माह के भीतर तीन किश्तों में भुगतान किया जाएंगा। वहीं दूसरी ओर इस साल जनवरी से सेवा में खामियों को लेकर एजी एन्वायरों कंपनी पर जोन स्तर और मुख्यालय से 2 करोड़ 16 लाख रुपए और बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमीटेड को 2 करोड़ 22 लाख रुपए का दंड किया गया है। नवंबर माह तक दोनों कंपनी के पांच साल के पूरा होने के बाद दूसरी मर्तबा अनुबंध को बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला मनपा प्रशासन ने लिया है।

ग्लोबल टेंडर की तैयारी : नवंबर 2019 में एजी एन्वायरों को पांच जोन से कचरा संकलन के लिए 1950 रुपए प्रतिटन और बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को 1800 रुपए मीट्रीक टन से जिम्मेदारी दी गई। दोनों कंपनियों की ओर से कचरा मिलाने की लगातार शिकायतें, कचरा संकलन वाहनों की कमी और जिम्मेदारी का अभाव समेत अन्य मुद्दों को लेकर प्रशासन बुरी तरह से नाराज है। ऐसे में स्थानीय विधायकों, नगरसेवकों और अधिकारियों की नाराजगी के चलते प्रशासन अब कड़ी कार्रवाई कर दोनों कंपनियों को हटाने का प्रयास कर रहा है। अनुबंध के मुताबिक पांच साल पूरे होने के बाद प्रशासन कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, ताकि कानूनी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। दोनों कंपनियों को हटाने के बाद शहर में एक पुरानी कंपनी को अस्थायी व्यवस्था सौंपकर नए सिरे से ग्लोबल टेंडर किया जाएगा।

जल्द भुगतान का आश्वासन : लंबे समय से दोनों कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके हरसंभव प्रयास कर कचरा संकलन किया गया। पिछले कुछ माह का एस्केलेशन अमाऊंट को भुगतान करने का आश्वासन प्रशासन से मिला है। उम्मीद है कि जल्द ही भुगतान हो जाएगा। डॉ समीर टोनपे, प्रोजेक्ट संचालक, एजी एन्वायरों प्राइवेट लिमिटेड

दिसंबर 2021 से नवंबर 20123 तक की बकाया राशि को तीन किश्तों में भुगतान

एजी एन्वायरों प्राइवेट लिमीटेड कंपनी की 17 करोड़ की बकाया राशि

बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमीटेड कंपनी की 15 करोड़ की बकाया राशि

Created On :   21 Sept 2024 12:48 PM GMT

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