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Nagpur News: नागपुर गोरेवाड़ा के बाघ-तेंदुए को बर्ड फ्लू, चकराया विभाग; खोज रहे कारण
- रेस्क्यू सेंटर में तीन बाघों व एक तेंदुए की मौत
- वन विभाग से लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर
- बाघों या तेंदुए को डाइट में चिकन से बीमारी का अंदेशा
Nagpur News बर्ड फ्लू के कारण गोरेवाड़ा के रेस्क्यू सेंटर में तीन बाघों व एक तेंदुए की मौत का मामला अभी भी पेचीदा बना हुआ है। जांच-पड़ताल के लिए केन्द्र से 5 सदस्यों की टीम गुरुवार को नागपुर पहुंची थी। टीम ने करीब पांच घंटे बचाव केन्द्र में पड़ताल की है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से भी एक टीम आई थी, जिनके माध्यम से सैंपलिंग आदि की जाने की जानकारी है। जांच टीम के सामने महत्वपूर्ण चुनौती यह पता लगाने की है कि इन्हें बर्ड फ्लू का इंफेक्शन कैसे और कहां हुआ।
सकते में महकमा, मची खलबली : जानकारी के अनुसार, दिसंबर के आखिर में चंद्रपुर से लाए गए तीन बाघों की अचानक मौत हो गई। एक तेंदुआ, जो इन बाघों के संपर्क में आया था, उसकी भी मौत हो गई थी। अचानक चार वन्यजीवों की रेस्क्यू सेंटर में मौत होने के बाद व्यवस्था में खलबली मच गई थी। मौत का सही कारण पता करने के लिए इनके सैंपल भोपाल के प्रयोगशाला में भेजे गये थे। रिपोर्ट रविवार को आई, जिसमें बाघों व तेंदुए की मौत बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि की गई। पूरे महकमा सकते में आ गया। देश भर में खलबली मच गई। वन विभाग से लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर आए।
बड़ा सवाल... : आखिर 3 बाघ और एक तेंदुआ बर्ड फ्लू का शिकार हुए कैसे? यह बड़ा सवाल अभी भी बरकरार है। चूंकि बर्ड फ्लू पक्षियों से संबधित बीमारी है। इसलिए चर्चा है कि इन बाघों या तेंदुए को डाइट में चिकन परोसा गया होगा। हालांकि ये सभी वन्यजीव दूसरे जिलों से लाए गए थे, इसलिए स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि वे कहां बर्ड फ्लू से संक्रमित हुए।
हम बफैलो का मांस देते हैं :हम गोरेवाड़ा जू में मासांहारी वन्यजीवों को चिकन नहीं खिलाते हैं। उन्हें केवल बफैलो मीट दिया जाता है। -शतानिक भागवत, व्यवस्थापक, गोरेवाड़ा जू
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- 10 Jan 2025 12:39 PM IST
बर्ड फ्लू कैसे हुआ इंफेक्शन खोज रही टीम
बर्ड फ्लू के कारण गोरेवाड़ा के रेस्क्यू सेंटर में तीन बाघों व एक तेंदुए की मौत का मामला अभी भी पेचीदा बना हुआ है। जांच-पड़ताल के लिए केन्द्र से 5 सदस्यों की टीम गुरुवार को नागपुर पहुंची थी। टीम ने करीब पांच घंटे बचाव केन्द्र में पड़ताल की है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से भी एक टीम आई थी, जिनके माध्यम से सैंपलिंग आदि की जाने की जानकारी है। जांच टीम के सामने महत्वपूर्ण चुनौती यह पता लगाने की है कि इन्हें बर्ड फ्लू का इंफेक्शन कैसे और कहां हुआ।
Created On :   10 Jan 2025 12:38 PM IST