आरोप - प्रत्यारोप: शरद पवार ने घोला जाति का जहर, तोड़फोड़ की राजनीति भी उनकी देन

  • मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने दागा निशाना
  • लाडली बहन योजना के लिए पैसा कहां है
  • महिला अत्याचार के प्रकरण तो उद्धव सरकार के समय भी कम नहीं थे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र में राजनीतिक उथलपुथल के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने राकांपा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को जिम्मेदार ठहराया है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है- शरद पवार ने राज्य में तोड़फोड़ की राजनीति की शुरुआत की। जातिवाद का जहर भी उन्हीं ने घोला। भाजपा सहित अन्य दल भी अब चलते सिक्के को चलाने की राजनीति करने लगे हैं। राज ने यह भी कहा कि भले ही अब तक उनके दल को राज्य में चुनावी सफलता नहीं मिली है लेकिन वे निराश नहीं है। भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों का इतिहास देखें तो उन्हें सफलता के लिए इंतजार करना पड़ा है। बाल ठाकरे, अटलबिहारी वाजपेयी की सभाओं में भीड़ के बाद भी उनके दल को पराजित होना पड़ता था। इस बार मनसे के लिए राज्य में पोषक माहौल है। विधानसभा की 225 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है। शनिवार को रविभवन में राज पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे।

राकांपा का जन्म ही तोड़फोड़ से हुआ : मनसे अध्यक्ष ने कहा-राकांपा का जन्म ही तोड़फोड़ से हुआ है। 1978 में पुलोद की सरकार तोड़फोड़ से बनी थी। 1991 में भी तोड़फोड़ कर सरकार बनायी गई। 1999 में राकांपा तोड़फोड़ के कारण बनी और सत्ता में आयी थी। 1999 के पहले व बाद में महाराष्ट्र की राजनीति में जातिवाद व तोड़फोड़ के लिए राकांपा जिम्मेदार है। लोकसभा चुनाव में राज्य में महाविकास आघाड़ी को मतदान नहीं किया गया बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विरोध में मतदान किया गया। देश में मुस्लिम व दलितों ने मोदी-शाह का विरोध किया। लेकिन अब महाविकास आघाडी की गंदी राजनीति को जनता समझ गई है। यह स्थिति मनसे के लिए पोषक है।

लाड़ली बहन योजना के लिए पैसा कहां है : लाडली बहन योजना से महायुति को लाभ नहीं होगा। जनता सब समझती है। इस योजना की एक दो किश्त के बाद देने के लिए पैसा कहां से लाएंगे। मुफ्त बांटने के बजाय जनता को स्थायी मदद की आवश्यकता है। चुनाव में उम्मीदवार से पैसा पाने के लिए कोल्हापुर में घर के सामने एक से तीन थैली टांगने के मामले भी सुने गए हैं। मतदाता पैसा लेकर भी मतदान किसे करेंगे,यह तय नहीं रहता है।

शिंदे, फडणवीस के विरोध में भी उम्मीदवार : राज ठाकरे ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विरोध में भी मनसे उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है। कम से कम 225 सीटों पर उम्मीदवार रहेंगे।

उद्धव सरकार के समय भी महिला अत्याचार : एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार कोविड संक्रमण काल में भी महाराष्ट्र में महिला अत्याचार के प्रकरण कम नहीं हुए थे। यानी उद्धव सरकार के समय भीर महिला अत्याचार की घटनाएं हुई। बदलापुर की घटना गंभीर है। लेकिन किसी एक घटना को लेकर आंदोलन के बजाय इन घटनाओं पर नियंत्रण की ठोस उपाययोजना आवश्यक है।

Created On :   24 Aug 2024 5:04 PM IST

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