भास्कर खास: क्लस्टर यूनिवर्सिटी से कृषि पाठ्यक्रम दरकिनार

क्लस्टर यूनिवर्सिटी से कृषि पाठ्यक्रम दरकिनार
  • कृषि प्रधान देश में बन रही ऐसी स्थिति जबकि विकास को रफ्तार चाहिए
  • राज्य के तकनीकी व उच्च शिक्षा विभाग से किसानों को भारी अपेक्षा

डिजिटल डेस्क, नागपुर, निखिल जनबंधू | नई शिक्षा नीति के तहत छात्र विविध विषयों की पढ़ाई कर सकें और उन्हे मनपसंद विषय पढ़ने का मौका मिले, इस उद्देश्य के साथ राज्य के तकनीकी व उच्च शिक्षा विभाग ने क्लस्टर यूनिवर्सिटी (समूह विश्वविद्यालय) स्थापित करने के लिए दिशा-निर्देश परिभाषित किए हैं। 5 कॉलेज मिलकर एक क्लस्टर यूनिवर्सिटी बना सकते हैं। यहां तक तो ठीक था, लेकिन हैरत यह कि इस क्लस्टर यूनिवर्सिटी से कृषि पाठ्यक्रम को दरकिनार कर दिया गया है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश के लिए यह निर्णय विडंबना ही है। कृषि पाठ्यक्रम को क्लस्टर यूनिवर्सिटी में शामिल करने से इनकार करने का अर्थ कृषि को विकास की दौड़ से सीधे बाहर करना है। ऐसी स्थिति में किसानों की दशा सुधारने की बात सिर्फ बरगलाने वाली ही हो सकती है।

स्वास्थ्य विज्ञान से भी ‘सौतेलापन’

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप, राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कौशल के बदलते परिवेश का उपयोग करके बहु-विषयक पाठ्यक्रमों को लागू करके छात्रों को समग्र और व्यापक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य में क्लस्टर यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए तकनीकी व उच्च शिक्षा विभाग ने दिशा-निर्देश परिभाषित किए हैं। इस क्लस्टर यूनिवर्सिटी में कृषि और स्वास्थ्य विज्ञान पाठ्यक्रमों को छोड़कर उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी पारंपरिक और व्यावसायिक कॉलेज को शामिल होने के लिए पात्र रहेंगे। नई शिक्षा नीति में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कौशल के बदलते परिवेश को ध्यान में लेते हुए परिणाम आधारित शिक्षा, बहु-विषयक शिक्षा, मनपसंद विषय की पढ़ाई करने पर जोर दिया जा रहा है


इसलिए कृषि क्लस्टर में नहीं

नागपुर विद्यापीठ के सीनेट सदस्य डॉ. विजय इलोरकर ने कहा कि, कृषि और गैर-कृषि विद्यापीठों के बीच अंतर है। कृषि विद्यापीठ स्वतंत्र है और राज्य कृषि विभाग द्वारा नियंत्रित है। राज्य में केवल चार कृषि विद्यापीठ और कुछ ही कृषि कॉलेज हैं। अगर कृषि कॉलेजों के लिए बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है, इसलिए शायद कृषि पाठ्यक्रम क्लस्टर यूनिवर्सिटी में संयुक्त नहीं होगा।

कृषि की भी उतनी ही जरूरत

क्लस्टर यूनिवर्सिटी का मूल उद्देश्य बहुविषयक शिक्षा के माध्यम से छात्रों में शैक्षणिक लचीलापन लाना और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग की सुगमता बढ़ाना है। आज अभियांत्रिकी की पढ़ाई पर जोर है, लेकिन अभियांत्रिकी को क्लस्टर के माध्यम से कृषि के साथ जोड़ना भी उतना ही जरूरी है। कृषि क्षेत्र के लिए इसे अपरिहार्य नजरिये से देखने की जरूरत है। कृषि विषय की भी आज उतनी ही जरूरत है, जितनी अन्य विषयों की है।

Created On :   11 Dec 2023 2:14 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story