आरटीआई: मुख्यमंत्री राहत कोष में चंदा इकट्ठा करने में पिछड़े शिंदे

मुख्यमंत्री राहत कोष में चंदा इकट्ठा करने में पिछड़े शिंदे
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री राहत कोष में चंदा जुटाने के मामले में मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पिछड़ रहे हैं। पिछले 3 मुख्यमंत्रियों की तुलना में एकनाथ शिंदे कोष को मजबूती नहीं प्रदान कर सके हैं। इस साल 65.88 करोड़ रुपए ही सीएम फंड मे आ सके। सूचना अधिकारी कानून (आरटीआई) से यह जानकारी सामने आई है।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री सचिवालय से मुख्यमंत्री सहायता निधि के बारे में जानकारी मांगी थी। मुख्यमंत्री सचिवालय के सहायक लेखा अधिकारी संजय तांबे ने बताया कि मुख्यमंत्री सहायता निधि में 31 मार्च, 2023 तक राशि 445.22 करोड़ रुपये जमा है। आरटीआई से मिली जानकारपी के अनुसार देवेन्द्र फड़णवीस और उद्धव ठाकरे की तुलना में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल कोष में कम निधि आई है।

ठाकरे के समय फंड में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

मुख्यमंत्री रहते देवेन्द्र फड़णवीस के समय में मुख्यमंत्री सहायता निधि में 5 साल में 614 करोड़ की बढ़ोतरी हुई थी। उद्धव ठाकरे के समय में 2 साल में 793 करोड़ की बढ़ोतरी हुई। जबकि मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के एक साल के कार्यकाल में 65.88 करोड़ ही आए।

जरूरतमंदों की मदद करने में फड़णवीस अव्वल

पिछले 8 सालों में जरूरतमंदों की मदद करने में तत्कालिन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस तीनों मुख्यमंत्रियों में अव्वल रहे हैं। फड़णवीस के कार्यकाल के दौरान 1 लाख 7 हजार 782 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 63 हजार 573 नागरिकों को 598.32 करोड़ की सहायता दी गई। उद्धव ठाकरे समय आए 10 हजार 712 आवेदनों में से 4 हजार 247 नागरिकों को 20.28 करोड़ रुपये की मदद मिली जबकि एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्रित्व काल में 14 हजार 566 आवेदनों में से 7419 नागरिकों को 57 करोड़ रुपये की मदद की दी गई। गलगली के अनुसार, मुख्यमंत्री सहायता निधि कक्ष में बुद्धिमान और जिम्मेदार आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति से फंड में वृद्धि होगी और पारदर्शिता बनी रहेगी। लाभार्थियों की पूरी सूची उपलब्ध कराने से कुछ हद तक धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा।

Created On :   13 Nov 2023 9:05 PM IST

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