आरोप: राज ठाकरे ने कहा - राकांपा की वजह से राजनीति में जातिवादी शुरु हुआ

राज ठाकरे ने कहा - राकांपा की वजह से राजनीति में जातिवादी शुरु हुआ
  • मनसे अध्यक्ष का शरद पवार पर अपरोक्ष हमला
  • राकांपा की वजह से राजनीति में जातिवादी शुरु हुआ

डिजिटल डेस्क, ठाणे. कभी राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की तारीफ करने वाले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे इन दिनों उनसे खार खाए हुए हैं। राज ने महाराष्ट्र की राजनीति में जातिवाद के लिए राकांपा को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार को ठाणे दौरे पर आए मनसे अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राकांपा की स्थापना से ही राज्य में जातिवादी राजनीति शुरु हुई।

राज ठाकरे ने अपरोक्ष रूप से शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि राकांपा की 1999 में स्थापना के बाद से दूसरी जाति के प्रति नफरत पैदा करना शुरू कर दिया। इससे महाराष्ट्र भी उत्तर प्रदेश-बिहार बन सकता है। स्वार्थी राजनीति के कारण महाराष्ट्र की छवि खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी में जातिवाद नहीं होने दिया जाएगा, अगर मैंने ऐसा होते देखा तो मैं उन्हें पार्टी से दूर रखूंगा। अगर कोई अच्छा ताकतवर आदमी हो तो मुझे जाति-पाति की परवाह नहीं होती। मुझे बताओ कि किसी भी जाति के व्यक्ति ने किसी भी जाति का भला किया हैॽ

पहले जैसी नहीं रही भाजपा

ठाकरे ने कहा कि भाजपा अब पहले की भाजपा नहीं रही। वाजपेयी के समय की भाजपा अलग थी और आज की भाजपा अलग है। सत्ता का अमर पट्टा कोई लेकर नहीं आया। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी ज्यादा देर तक नहीं टिकती। अहमदबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट विश्वकप फाइनल पर राज ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अभी समय है, लोग चंद्रयान को भूल चुके हैं। उन्हें विश्व कप ही याद रहेगा।

कोर्ट के फैसले अजीब है

दीपावली पर पटाखों को लेकर हाईकोर्ट द्वारा तय की समय सीमा पर राज ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा कि कोर्ट के फैसले भी अजीब हैं। अब कोर्ट तय करेगा कि पटाखे कब जलाए? कोर्ट तय करेगा कि त्योहार कैसे मनाया जाए? कोर्ट के आदेश का पालन तो नहीं हुआ, लेकिन कोर्ट इस पर ध्यान नहीं देगा। मराठी साईन बोर्ड के लिए आंदोलन होते थे। दुकानों पर मराठी भाषा में साईन बोर्ड लगाने के खिलाफ यहां के व्यापारी कोर्ट जाते हैं। जो लोग महाराष्ट्र में रहते हैं, जिनका महाराष्ट्र से दाना पानी चल रहा है, वे व्यापारी अदालत में जाते हैं। मं् सुप्रीम कोर्ट द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं में दुकानों के साइन बोर्ड लगाने का आदेश देने के लिए धन्यवाद देता हूं, लेकिन सरकार द्वारा इस पर अमल नहीं किया जा रहा है। हो सकता है हमें फिर से हाथ-पैर हिलना पड़ेगा।

जारांगे पाटिल के पीछे कौन है?

राज ठाकरे ने कहा कि जातिवाद पैदा कर महाराष्ट्र की शांति भंग की जा रही है। यह सब चुनाव से पहले शुरू हो रहा है। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन चला रहे मनोज जारांगे पाटिल के पीछे कौन हैॽ यह समय आने पर पता चलेगा। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही जरांगे से कहा था कि मराठा आरक्षण नहीं मिलने वाला। राज ने कहा कि जो विषय आपको परेशान करते हैं, उन विषयों से आपको विमुख किया जा रहा है। राज्य में राजनीतिक स्थिति उलझी हुई और गंदी हो गयी है। राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को मतदाताओं से डरना चाहिए। लेकिन राजनीतिक दल जाहिर तौर पर मतदाताओं को मूर्ख बनाते दिखाई दे रहे हैं। ठाकरे ने आगे कहा कि पांच साल तक गड्ढों और बेरोजगारी के बारे में बात करते हैं और अंत में मतदान के दौरान एक अलग मुद्दे पर वोट करते हैं। इसलिए मतदाओं का शिक्षित होने के साथ-साथ जागरूक होना भी जरुरी है।

राज ठाकरे ने की कोंकण स्नातक चुनाव की समीक्षा

मनसे प्रमुख राज ठाकरे विधान परिषद की कोंकण स्नातक सीट के चुनाव को लेकर रणनीति तय करने के लिए राज गुरुवार को ठाणे आये थे। उन्होंने पदाधिकारियों को बताया कि चुनाव को लेकर कई निर्देश दिए।

टोल नाकों को लेकर जल्द करेंगे बैठक

इसके बाद उन्होंने ठाणे के सरकारी गेस्ट हाउस में मुंबई के उपनगरीय इलाके के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके अलावा राज ने यह भी संकेत दिया कि टोल नाकों को लेकर जल्द ही एक बैठक करेंगे। राज ठाकरे ने कहा कि हमने टोल को लेकर एक सर्वे किया है। अब सिर्फ एक बैठक में इसे दिखाना है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बाद टोल को लेकर अगली भूमिका तय की जाएगी।

Created On :   16 Nov 2023 9:18 PM IST

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