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RSS भवन में फोटोग्राफी मामला : कार्यकर्ताओं ने ही निकाली थी तस्वीरें,पदाधिकारियों ने ली राहत की सांस
- हेडगेवार भवन में फोटोग्राफी
- संघ में मचा हड़कंप
डिजिटल डेस्क, नागपुर, रघुनाथसिंह लोधी। सुरक्षा मामले में अति संवेदनशील क्षेत्र में शामिल हेडगेवार स्मारक भवन में फोटोग्राफी के मामले से हड़कंप मचा गया। भवन में संघ का तृतीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है। संघ की सुरक्षा की चुनौती समझा जाने लगा । तस्वीर निकालनेवालों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे में खोजबीन की गई। काफी खोजबीन के बाद साफ हुआ कि हेडगेवार भवन में तस्वीर लेने वाले संघ के कार्यकर्ता ही थे। उन्हें वरिष्ठ पदाधिकारियों ने काफी फटकार लगाई। उनके कैमरों से तस्वीरें डिलिट कराई। संघ सूत्र के अनुसार दो दिन तक यह मामला खोजबीन का विषय बना रहा है। दो कार्यकर्ताओं ने तस्वीरें निकाली थीं। इस संबंध में जानकारी मिलने पर संघ पदाधिकारियों ने पूछताछ की। माना जा रहा था कि संवाद माध्यम के प्रतिनिधि बनकर आए युवकों ने तस्वीरें निकाली। प्रशिक्षण वर्ग की गोपनीयता भंग हो सकती थी। आरंभ में सुरक्षा कर्मियों से पूछताछ की गई। लेकिन वे भी सही जवाब नहीं दे पाए। बाद में हेडगेवार भवन में लगे सीसीटीवी कैमरों में खोजबीन की गई। दो युवक बाइक पर भवन परिसर में कैमरे के साथ नजर आए। सीसीटीवी में उनक युवकों की तस्वीरें साफ नहीं थी। उनके बारे में विविध स्तर पर पूछताछ की गई। बाद में जानकारी मिली कि तस्वीरें निकालने वाले संघ के ही कार्यकर्ता हैं। संघ पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली।
गोपनीयता का ध्यान
गौरतलब है कि संघ का तृतीय वर्ष प्रशिक्षण वर्ग हेडगेवार भवन में चल रहा है। इस वर्ग के लिए गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। 8 मई से आरंभ हुआ यह वर्ग 2 जून को समाप्त होगा। समापन कार्यक्रम को सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत संबोधित करेंगे। प्रशिक्षण वर्ग के सर्वाधिकारी कृष्णमोहन संघचालक अवध प्रांत हैं। 682 प्रशिक्षणार्थी हैं। संगठनात्मक मामले में संघ का यह वर्ग काफी महत्व रखता है। सामान्य तौर पर माना जाता है कि इस प्रशिक्षण के बाद कार्यकर्ता को संघ का डिग्रीधारक कार्यकर्ता माना जाता है। उन्होंने संगठन कार्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाती है। प्रशिक्षण को गोपनीय रखने के लिए प्रशिक्षुओं के पास मोबाइल फोन भी नहीं रखने दिया जाता है। प्रशिक्षुओं को संघ अनुशासन से लेकर संघ की विचारधारा के अनुरुप विविध पाठ पढ़ाए जाते हैं। इनमें सामाजिक व राष्ट्रीय मुद्दे शामिल रहते हैं। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी खुलकर संवाद साधते हैं। ऐसे में संघ की बंद कमरे की बातें सार्वजनिक तौर पर विवादित भी हो सकती है। लिहाजा विशेष गोपनीयता रखी जाती है।
फोटोग्राफी प्रतिबंध
वैसे भी हेडगेवार भवन परिसर में 200 मीटर तक फोटोग्राफी व ड्रोन चलाने पर शहर पुलिस ने प्रतिबंध लगाया है। पिछले वर्ष खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन से जुड़े शख्स ने हेडगेवार भवन की रेकी की थी। रेकी की वीडियोग्राफी पाकिस्तान भेजी गई थी। उस घटना के बाद आतंकवाद प्रतिबंधक दश्ता ने जम्मू कश्मीर से अब्दुल्ला शेख को गिरफ्तार कर लाया था। वर्ष 2006 में महल स्थित संघ मुख्यालय पर हमले के षड़यंत्र में शामिल आतंकियों को पुलिस ने मार गिराया था। संघ की सुरक्षा के लिए बंदोबस्त व्यवस्था बढ़ा दी गई है। संघ के दोनाें भवन की सुरक्षा सीआईएसएफ को सौंपी गई है। विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच फोटोग्राफी खबर से हड़कंप मचना स्वाभाविक माना जा सकता है।
Created On :   29 May 2023 5:15 PM IST