Mumbai News: सरकारी स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को एक जैसे गणवेश की योजना हुई रद्द

सरकारी स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को एक जैसे गणवेश की योजना हुई रद्द
  • अब स्कूल निर्धारित कर सकेंगे रंग और पैटर्न
  • सभी विद्यार्थियों को एक जैसे गणवेश की योजना हुई रद्द
  • सरकारी स्कूलों के लिए थी योजना

Mumbai News. स्कूली शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को एक जैसे गणवेश (यूनिफॉर्म) देने की योजना को एक साल में ही बंद करने का फैसला किया है। एक बार फिर अब स्कूल प्रबंधन समिति को यह तय करने का अधिकार दे दिया गया है कि स्कूल में किस रंग और पैटर्न (रचना) का गणवेश विद्यार्थियों को दिया जाएगा। इससे पहले सभी सरकारी स्कूलों में राज्य सरकार द्वारा गणवेश उपलब्ध कराने की योजना को बंद करने का फैसला किया गया था और स्कूल प्रबंधन को गणवेश के लिए पैसे देने का फैसला किया गया था। तत्कालीन शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने राज्य स्तर पर बचत गटों के जरिए एक ही रंग और पैटर्न का ड्रेस तैयार कर विद्यार्थियों में बांटने का फैसला किया था लेकिन विद्यार्थियों को गणवेश मिलने में हुई देरी के चलते इस फैसले पर सवाल उठने लगे थे। स्कूली शिक्षा विभाग ने बुधवार को शासनादेश जारी किया है जिसके मुताबिक स्कूल प्रबंधन समिति को पैसे भेजे जाएंगे और विद्यार्थियों को निश्चित अवधि में गणवेश और जूते-मोजे जैसे सामान उपलब्ध कराने होंगे।

स्काउट और गाइड के लिए भी विद्यार्थियों को गणवेश दिया जाएगा जो संस्था द्वारा निर्धारित रंग और पैटर्न का होगा। स्कूल प्रबंधन समिति को निर्देश दिए गए हैं कि कपड़े अच्छी गुणवत्ता वाले होने चाहिए और इससे विद्यार्थियों की त्वचा को नुकसान नहीं होना चाहिए। कपड़े 100 फीसदी पॉलिएस्टर नहीं होने चाहिए। शिक्षा अधिकारियों और गुट शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कम से कम दो-तीन स्कूलों का औचक निरीक्षण कर इस बात की जांच करें कि वे गणवेश के कपड़े की गुणवत्ता खराब तो नहीं है। ऐसा होने पर स्कूल प्रबंधन को इसका जिम्मेदार माना जाएगा। महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षा परिषद को कहा गया है कि वे निर्धारित समय में बच्चों तक गणवेश और जूते-मोजे पहुंचाने की व्यवस्था करें।

Created On :   2 April 2025 9:25 PM IST

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