Mumbai News: लुटेरे क्यूआर कोड, लिंक और संदेशों से बचाने महा साइबर सेल ने बनाया एप

लुटेरे क्यूआर कोड, लिंक और संदेशों से बचाने महा साइबर सेल ने बनाया एप
  • एप से पता चलेगा लिंक सुरक्षित है या असुरक्षित
  • लिंक कॉपी कर एप में पेस्ट करने से जलेगी बत्ती

Mumbai News मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में साइबर अपराधी फर्जी लिंक, क्यूआर कोड और अलग-अलग संदेशों के जरिये लोगों को अपने झांसे में फंसाकर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए महाराष्ट्र साइबर सेल ने महा साइबर एप विकसित किया है, जो यह बताएगा कि लोगों को भेजे जाने वाले लिंक, संदेश और क्यूआर कोड सुरक्षित है या असुरक्षित है। यह एप किसी भी संभावित दुर्भावनापूर्ण व्यवहार के लिए आने वाले लिंक, एसएमएस, क्यूआर कोड और मोबाइल एप्लिकेशन का विश्लेषण करके सुरक्षा परत के रूप में काम करेगा।

महाराष्ट्र साइबर सेल के एडीजी यशस्वी यादव ने बताया कि साइबर ठगी की कई शिकायतें मिलने के बाद महा साइबर एप को विकसित किया गया है। यह एप एक महीने के भीतर शुरू भी हो जाएगा। इस एप में संदिग्ध क्यूआर कोड, लिंक, मैसेज को डालने पर महज 1-2 मिनट में विश्लेषण करके बताएगा कि ये सुरक्षित हैं या नहीं। विश्लेषण में अगर हरी बत्ती जलती है तो क्यूआर कोड, लिंक, मैसेज सुरक्षित है और अगर लाल बत्ती जलती है तो असुरक्षित।

डिजिटल वेक्टर्स की स्कैनिंग :यूपीआई को व्यापक तौर पर अपनाकर और क्यूआर कोड के जरिए एक-क्लिक भुगतान की सुविधा से डिजिटल लेन-देन तेज तो हुआ है, लेकिन साथ ही लोग ज्यादा असुरक्षित भी हुए हैं। ऐसे में महा साइबर एप डिजिटल वेक्टर्स को स्कैन करेगा और उन्हें 1 से 100 तक का सुरक्षा स्कोर प्रदान करेगा। इस दौरान एप से मिलने वाला उच्च स्कोर लिंक, संदेश या क्यूआर कोड सुरक्षित है या नहीं यह बताएगा।

ऐसे हुई एप बनाने की शुरुआत : महाराष्ट्र साइबर सेल के अनुसार इस एप के निर्माण करने की शुरुआत एक शख्स द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद शुरू हुई। पीड़ित शख्स के क्रिप्टोकरेंसी खाते से छेड़छाड़ की गई थी और अनधिकृत क्रिप्टो लेन देन के जरिये 74 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी।


Created On :   12 April 2025 7:53 PM IST

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