बड़ा खुलासा: राज्य में बिक रही है नकली दवाइयां, दूसरे राज्यों से हो रही आयात

राज्य में बिक रही है नकली दवाइयां, दूसरे राज्यों से हो रही आयात
  • एफ़डीए के रडार पर खुदरा और थोक विक्रेता
  • बिक रही है नकली दवाइयां
  • दूसरे राज्यों से हो रही आयात

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान, प्रदेश में खुदरा और थोक दवा विक्रेता बड़ी मात्रा में राज्य के बाहर से दवाएं खरीदते हैं। इससे राज्य में नकली दवाओं के आने और इसकी बिक्री की संभावना बढ़ गयी है। इसे ध्यान में रखते हुए, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफ़डीए) ने नकली दवाओं पर अंकुश लगाने के लिए अपने सभी सभी संभागीय संयुक्त आयुक्तों, सहायक आयुक्तों और दवा निरीक्षकों को खुदरा और थोक दवा विक्रेताओं के पास बाहरी राज्यों से आनेवाली दवाइयों की स्कैनिंग करने का आदेश दिया है। इस आशय का परिपत्रक एफ़डीए ने जारी किया है।

देश में सबसे ज्यादा दवाइयों का उत्पादन हिमाचल के बद्दी परिसर में होता है। इसके बाद गुजरात, उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश में बड़ी मात्रा में दवाइयों का उत्पादन किया जाता है। एफडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन राज्यों से आने वाली कई दवाएं मानक के अनुरूप नहीं होती हैं। इससे नागरिकों को नकली और निम्न गुणवत्ता वाली दवाइयां मिलती हैं। महाराष्ट्र में भी दूसरे राज्यों से बड़ी मात्रा में दवाइयों की आपूर्ति होती है, ऐसे में राज्य में नकली दवाइयों की आपूर्ति और बिक्री की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए राज्य में नकली दवाओं की आपूर्ति को रोकने के लिए एफडीए ने दूसरे राज्यों से आने वाली दवाओं पर कड़ी निगरानी रखने का आदेश एफ़डीए ने अपने सभी जिला और विभागीय संयुक्त आयुक्त, सहायक आयुक्तों और दवा निरीक्षकों को दिया है।

दूसरे राज्यों से आनेवाली दवाइयों की रोजाना रखे जानकारी

एफ़डीए आयुक्त ने सभी संयुक्त आयुक्त, सहायक आयुक्त और दवा निरीक्षकों को दूसरे राज्यों से आने वाली दवाओं का विवरण रोजाना उपलब्ध रखने का आदेश दिया है। इसके लिए उन्होंने सभी को एक विशेष ईमेल आईडी बनाने और इस ईमेल आईडी से खुदरा से लेकर थोक दवा विक्रेताओं को अवगत कराने का भी निर्देश दिया है। इसके साथ ही इस ईमेल आईडी पर दूसरे राज्यों से खरीदी जानेवाली दवाइयों की बिल सहित विवरण रोजाना भेजे जाने का अपने स्तर पर दवा विक्रेताओं को आदेश जारी करने की बात कही गई है।

रिकॉर्ड का किया जाएगा सत्यापन

रोज़ाना ईमेल द्वारा प्राप्त भुगतान के रिकॉर्ड का नियमित सत्यापन किया जाना चाहिए और राज्यों से बड़ी मात्रा में दवा खरीदने वाले दवा विक्रेताओं की आवश्यकताओं के अनुसार जांच की जानी चाहिए। यदि जांच में कोई अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित दवा विक्रेताओं पर कार्रवाई करने का निर्देश एफ़डीए आयुक्त ने जारी परिपत्रक में दिया है।

मुख्यालय में भी सौंपी जाएगी रिपोर्ट

एफ़डीए के संयुक्त आयुक्त (औषधि) भूषण पाटिल ने आदेश जारी करने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जिला और विभागीय स्तर पर की जानेवाली कार्यवाही की रिपोर्ट प्रत्येक कार्यालय द्वारा विभागीय कार्यालय के माध्यम से मुख्यालय को सौंपी जाने का निर्देश दिया गया है।

Created On :   23 Oct 2023 9:29 PM IST

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