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सियासत गर्म: अजित बोले - अमित शाह संग 10 की थी बैठकें, वेष बदलकर जाता था दिल्ली, उधर शरद पवार संग मंच पर दिखे चेतन तुपे
- अजित पवार ने बताई अंदर की बात
- पार्टी को तोड़ने और राज्य सरकार में शामिल होने का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया
- शरद पवार के साथ मंच पर दिखे अजित पवार गुट के विधायक चेतन तुपे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य माने जानेवाले शरद पवार की पार्टी को तोड़कर राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार करीब एक साल पहले शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। अजित ने पार्टी को तोड़ने और राज्य सरकार में शामिल होने का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया था। पत्रकारों से अनौपचारिक मुलाकात में अजित ने दावा किया कि उन्होंने राज्य की सरकार में शामिल होने से पहले देश के गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह से 10 बार मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि किसी को कानों-कान खबर न लगे इसलिए वह दिल्ली में अमित शाह से मिलने के लिए अपना वेश बदलकर जाते थे। नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए शनिवार को दिल्ली पहुंचे अजित पवार ने बैठक के बाद राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल होने के पीछे की कहानी बताई। अजित ने बताया कि लगभग 2 महीने में उन्होंने शाह से 10 बार बैठकें की थीं। यह सभी बैठकें दिल्ली में हुई थीं। वह मुंबई से दिल्ली जब भी विमान से यात्रा करते थे तो वह मास्क और टोपी पहनकर विमान में सवार होते थे। यात्रा के दौरान वह अजित पवार के नाम की बजाय ए.ए पवार नाम से टिकट बुक कराते थे, ताकि किसी को यात्रा की सुगबुगाहटभी न लगे।
इसलिए चाचा शरद से हुए अलग अजित
अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार पर यह कहते हुए निशाना साधा कि साल 2014 और 2019 में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर राकांपा (अविभाजित) में चर्चा हुई थी, लेकिन ऐन मौके पर शरद पवार ने अपने कदम पीछे ले लिए थे। पवार के इस कदम से पार्टी के विधायकों में नाराजगी थी। यही कारण रहा कि वह नाराज विधायकों को अपने साथ लेकर राज्य की शिंदे सरकार में शामिल हो गए। अजित ने बताया किआगामी विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है।
शिंदे-फडणवीस और अजित बड़े कलाकार: राऊत
शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने अजित और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि अजित ने जो दावा किया है, उससे साफ जाहिर हो गया है कि भाजपा ने महाराष्ट्र के साथ हमेशा कपट किया। राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में नाटकों की बड़ी परंपरा रही है। बड़े-बड़े कलाकार यहां पैदा हुए हैं, लेकिन इन सबसे बड़े कलाकार राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार हैं। राऊत ने तंज कसते हुए कहा कि इन तीनों नेताओं ने राजनीति में आकर फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नुकसान किया है।
शरद पवार के साथ मंच पर दिखे अजित पवार गुट के विधायक चेतन तुपे
उधर लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाड़ी विशेष रूप से शरद पवार गुट के अच्छे प्रदर्शन के बाद से राज्य में अजित पवार गुट में नेताओं का पलायन शुरु हो गया है। आए दिन अजित पवार गुट, शिवसेना शिंदे गुट और भाजपा के कार्यकर्ताओं के शरद पवार गुट में शामिल होने की खबरें सुनने को मिल रही हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस में टूट के बाद शरद पवार ने व्यक्तिगत रूप से पूरे राज्य का दौरा कर पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जिसका असर लोकसभा चुनाव में देखने के मिला। अब आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए शरद पवार ने पुन: बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। रविवार को हड़पसर के वानवड़ी में सातारा जिला मित्र मंडल के स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में शरद पवार सहित पूर्व सांसद श्रीनिवास पाटील, ठाकरे गुट के पूर्व विधायक महादेव बाबर, कांग्रेस के पूर्व विधायक बालासाहेब शिवरकर, शरद पवार गुट के शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप आदि उपस्थित थे। लेकिन इस कार्यक्रम में चर्चा का विषय बने अजित पवार गुट के चेतन तुपे, जो इस कार्यक्रम में मंच पर मौजूद थे। तुपे अजित पवार के विश्वसनीय माने जाते हैं। राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरु हो गई कि तुपे अब अजित का साथ छोड़ कर शरद पवार के खेमे में जानेवाले हैं।
मैं अजित पवार के साथ
कार्यक्रम के बाद मीडिया के सवाल पर विधायक चेतन तुपे ने कहा कि, यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था। सातारा जिला मित्र मंडल का यह कार्यक्रम था और मुझे भी इसमें आमंत्रित किया गया था। मेरे साथ मंत्र पर विभिन्न क्षेत्रों के लोग उपस्थित थे। ऐसे में गलतफहमी न फैलाएं। मैं आज भी अजित पवार के साथ हूं और सदैव अजित पवार के साथ ही रहूंगा।
Created On :   28 July 2024 9:30 PM IST