लातूर: छह दिन की पुलिस जांच के बाद नीट पेपर लीक मामला सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया

छह दिन की पुलिस जांच के बाद नीट पेपर लीक मामला सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया
  • नीट पेपर लीक मामले के जलील पठान और संजय जाधव सीबीआई की हिरासत मांगने की जुगत
  • शिवाजी नगर थाने में दिल्ली के गंगाधर समेत तीन शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था

डिजिटल डेस्क, लातूर, संजय बुच्चे। जिला सत्र न्यायालय ने छह दिन की पुलिस जांच के बाद नीट पेपर लीक मामला सीबीआई को सौंपा। नीट 2024 पेपर लीक मामला सीबीआई को ट्रांस्फर के लिए वरिष्ठ दो अधिकारी लातूर में आए। इन अधिकारियों को केस की प्रक्रिया पूरी की। पुलिस हिरासत में रहे संजय जाधव और जलील पठान सहित मामला अब सीबीआई को सौंप दिया है। दोनों आरोपियों को सीबीआई मंगलवार 2 जुलाई को जिला सत्र न्यायालय में पेश कर सकती है और सीबीआई हिरासत की मांग सकती है।

नीट पेपर लीक मामले में लातूर कनेक्शन सामने आने के बाद नांदेड़ एटीएस टीम ने शिवाजी नगर थाने में दिल्ली के गंगाधर समेत तीन शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एटीएस से यह जांच पड़ताल लातूर पुलिस को सौंपी गई थी। दोनों आरोपी जलील पठान और संजय जाधव पुलिस हिरासत में है। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद शनिवार रात को सीबीआई की टीम लातूर में दाखिल हुई है।

रविवार को लातूर जिला सत्र न्यायालय में इस मामले को लातूर पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया की गयी। 1 जुलाई को सुबह 11 बजे दोनों आरोपी जलील पठान और संजय जाधव समेत पूरे मामले को लातूर पुलिस ने सीबीआई को सौंप दिया है। अब इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई करेगी। हालांकि, इस मामले के दो आरोपी इरन्ना कोंगलवार और दिल्ली के गंगाधर मुंडे फरार हैं। अब सीबीआई उनके पीछे लग जाएगी है। नीट पेपर लीक मामले में कौन और कितने आरोपी है ? अब ये देखना दिलचस्प होगा।

नीट मामले में लातूर पैटर्न पर संदेह नहीं होना चाहिए - सलाहकार प्रदीप मोरे

नीट परीक्षा के पेपर फुटी मामले के तार लातूर में मिलने से काफी हलचल मची हुई है। वास्तव में यह मामला लातूर पैटर्न पर संदेह पैदा करता है। लेकिन उस पैटर्न को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। शिक्षा क्षेत्र में प्रत्येक क्षेत्र के कुछ विकृत प्रवृत्तियां होती हैं। जिसने ऐसा किया है और समय रहते इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। एडवोकेट प्रदीप मोरे ने विश्वास जताते हुए कहा कि इस मामले में संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की होगी। इस लिए नीट पेपर मामले से लातूर पैटर्न पर संदेह नहीं होना चाहिए।

शिक्षा का 'लातूर पैटर्न' पूरे देश में जाना जाता है और इस पैटर्न को प्रसिद्ध बनाने में लातूर शहर और जिले के कई शैक्षिक विशेषज्ञों, प्रोफेसरों और शैक्षणिक संस्थानों ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। लातूर पैटर्न उन लोगों ने तयार किया है। जिन्होंने निस्वार्थ भावना से शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है और इस मेहनत को समय समय पर कई छात्रों और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों ने उचित समर्थन दिया है। छात्रों सहित इस क्षेत्र से जुड़े कई लोगों ने शिक्षा के लातूर पैटर्न को बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने वालों ने लातूर पैटर्न का नाम उच्च स्थान का अंतिम रूप देने का काम किया है। यह कई साल की मेहनत और ईमानदारी के प्रयासों और अपार मेहनत का परिणाम है। इस की वजह से शिक्षा का 'लातूर पैटर्न' पूरे देश में जाना जाता है। हालाँकि इस परिपाटी को बदनाम करने का काम कुछ स्वार्थी एवं विकृत मनोवृत्ती ने किया है।

Created On :   1 July 2024 3:44 PM GMT

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