Jabalpur News: गौरीघाट में पाँच घंटे लगाया जाम, फिर शिफ्ट हुईं दुकानें

दुकानदारों को सड़क और घाट के किनारे से पुराने गौरीघाट स्टेशन के पास शिफ्ट करा दिया गया

Jabalpur News । नर्मदा प्राकट्योत्सव के पूर्व गौरीघाट के घाटों और मार्ग से फुटपाथी दुकानदारों को हटाने को लेकर रविवार को जमकर बवाल हुआ। घाटों पर दुकान लगाने वाली महिलाओं ने गौरीघाट पर 5 घंटे तक जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों और महिला प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर बहस भी हुई। प्रशासन की सख्ती के बाद दुकानदारों को सड़क और घाट के किनारे से पुराने गौरीघाट स्टेशन के पास शिफ्ट करा दिया गया।

जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने रविवार सुबह झंडा चौक से गौरीघाट जाने वाले मार्ग और तटों पर लगने वाली फूल मालाओं की दुकानों को पुराने रेलवे स्टेशन के पास शिफ्ट करने का आदेश जारी किया था। इस आदेश के विरोध में बड़ी संख्या में महिलाएँ एकत्र हो गईं। इसके बाद महिलाओं ने पुराने गौरीघाट थाने के पास से सड़क को जाम कर दिया। महिलाओं ने सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि जिला प्रशासन द्वारा नर्मदा प्राकट्योत्सव के पहले उन्हें घाट और मार्ग से हटाकर ऊपर शिफ्ट किया जा रहा है। ऐसे में उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। उनकी माँग थी कि उन्हें घाटों के पास ही दुकान लगाने की अनुमति दी जाए।

पाँच घंटे बंद रहा मार्ग

दुकानें शिफ्ट किए जाने का विरोध कर रही महिलाओं ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक महिलाओं का प्रदर्शन जारी रहा। जिससे नर्मदा दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को वापस लौटना पड़ा। श्रद्धालुओं ने घाट तक पहुँचने के लिए दूसरे मार्ग का उपयोग किया, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुँचे दुकानदारों के विरोध की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के आला अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे। एसडीएम गोरखपुर अनुराग सिंह, सीएसपी एचआर पाण्डेय, गौरीघाट थाना प्रभारी संगीता सिंह, नगर निगम के संभागीय अधिकारी सागर बोरकर ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान महिलाओं और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुई। जिससे माहौल गरमा गया।

बातचीत के बाद हुआ मामले का पटाक्षेप

गौरीघाट में पाँच घंटे के जाम के बाद अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सड़क और घाट से सभी दुकानों को अलग किया जाए। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि घाट से सभी दुकानों को अलग किया जाएगा। इसके बाद जाकर मामले का पटाक्षेप हो पाया। मामले का पटाक्षेप होने के बाद दुकानदारों ने घाट के पास पूजन सामग्री की दुकानें हटाने का काम शुरू कर दिया।

Created On :   2 Feb 2025 10:55 PM IST

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