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Jabalpur News: धूल से बचाने के लिए एक करोड़ के पेवर ब्लाॅक लगाए, उन्हीं को उखाड़कर मलबे में किया तब्दील

- अंधेरगर्दी: मेडिकल से तिलवारा तक बन रही 6 लेन सड़क की खुदाई में सामने आई लापरवाही, हो सकता था रीयूज
- किसी को नजर नहीं आ रहा इतना बड़ा नुकसान देखने वाले हो रहे हैरान
- पेवर ब्लॉक लगाने का उद्देश्य सड़क के किनारे धूल को कम करना था, ताकि प्रदूषण में कमी आ सके।
Jabalpur News: शहर की कई कॉलोनियां विकास को तरस रही हैं। सड़कें और फुटपाथ उखड़े पड़े हैं। इस बीच मेडिकल से तिलवारा के बीच का दृश्य न केवल लोगों को दुखी कर रहा है, बल्कि उनके मन में सवाल भी पैदा कर रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यहां पर सिक्स लेन सड़क के निर्माण को लिए फुटपाथों की खुदाई जा रही है। इसमें वे पेवर ब्लॉक भी मलबे में तब्दील कर दिए गए हैं, जिन्हें करीब दो साल पहले ही लगभग 1 करोड़ रुपए के खर्च से लगाया गया था।
लोगों का कहना है कि यह अफसरों की मनमानी और अंधेरगर्दी है, इन पेवर ब्लॉक्स को कहीं भी रीयूज किया जा सकता था, लेकिन किसी के भी द्वारा इस अनियमितता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जानकारों के अनुसार नगर निगम ने 2 साल पहले ही एयर क्वालिटी इंडेक्स फंड से मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तक सड़क के किनारे पेवर ब्लॉक लगाए थे। इस काम में करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। पेवर ब्लॉक लगाने का उद्देश्य सड़क के किनारे धूल को कम करना था, ताकि प्रदूषण में कमी आ सके। हाल ही में लोक निर्माण विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तक 6 लेन सड़क का काम शुरू कर दिया गया है।
यहां पर सड़क चौड़ीकरण के लिए खुदाई का काम चल रहा है। यहां पर खुदाई में सही-सलामत पेवर ब्लॉक निकल रहे हैं, लेकिन उन्हें मलबे के साथ फेंका जा रहा है। यह सीधे-सीधे पैसों की बर्बादी है।
एक किमी पेवर ब्लॉक लगाने में खर्च होते हैं 12.5 लाख रुपए
सड़क के किनारे एक किमी लंबाई और चार फीट चौड़ाई में पेवर ब्लॉक लगाने में 12.5 लाख रुपए खर्च होते हैं। जानकारों के अनुसार मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तक की सड़क 4 किलोमीटर लंबी है। सड़क के दोनों तरफ का हिस्सा मिला दें तो कुल 8 किलोमीटर लंबाई और 4 फीट चौड़ाई में पेवर ब्लॉक लगाने में लगभग 1 करोड़ रुपए खर्च हुए। इतनी रकम खर्च करने के बाद भी पेवर ब्लॉक को मलबे में फेंका जा रहा है।
जनता के पैसों की बर्बादी
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तक सड़क के किनारे से निकाली जा रहीं पेवर ब्लॉक का दूसरी जगह रीयूज किया जा सकता है, लेकिन नगर िनगम के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोक निर्माण विभाग का ठेकेदार सही-सलामत पेवर ब्लॉक को मलबे में फेंक रहा है। इससे नगर निगम को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पीडब्ल्यूडी और नगर निगम में समन्वय नहीं
पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय नहीं है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को नगर निगम को सूचित करना चाहिए कि पेवर ब्लॉक का रीयूज किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज से तिलवारा तक सड़क चौड़ीकरण में निकल रहीं पेवर ब्लॉक को अलग रखने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। पेवर ब्लॉक का अन्य जगह पर रीयूज किया जाएगा।
- कमलेश श्रीवास्तव, प्रभारी अधीक्षण यंत्री
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Created On :   21 April 2025 1:18 PM IST