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Jabalpur News: मासूम की एक-एक धड़कन का सवाल था इसलिए अमले ने पल-पल की कीमत पहचानी

- हृदय में छेद की समस्या से पीड़ित 17 दिन के मासूम का होगा नि:शुल्क उपचार, प्रक्रिया की पूरी
- मंडे पॉजिटिव, छुट्टी के दिन भी खोले गए स्वास्थ्य विभाग के ताले
- जिला स्वास्थ्य विभाग के ताले आनन-फानन में खोले गए।
Jabalpur News: सरकारी तंत्र में छुट्टी का दिन बहुत मायने रखता है। रविवार को भी जब शासकीय विभागों में अवकाश था, तब जिला स्वास्थ्य विभाग के ताले आनन-फानन में खोले गए। अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक, सभी को सूचना देकर बुलाया गया। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि एक मासूम की धड़कनों को समय रहते बचाया जा सके। 17 दिन के नवजात को हृदय में छेद की समस्या थी।
बच्चे का स्वास्थ्य बार-बार बिगड़ रहा था। जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरू करने की आवश्यकता थी। चूंकि रविवार के अलावा सोमवार को भी शासकीय अवकाश है, कार्यालय कल मंगलवार को खुलता। ऐसे में परिजनों द्वारा जानकारी देने के बाद परिस्थिति को देखते हुए चिकित्सा अधिकारियों ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत पूरा प्रकरण तैयार किया और बच्चे की नि:शुल्क सर्जरी का मार्ग प्रशस्त किया।
इको जांच से पता चला हृदय में छेद
पाटन निवासी स्वप्निल पटेल ने बताया कि 17 दिन पूर्व पाटन सिविल अस्पताल में सामान्य प्रसव से पुत्र विनायक का जन्म हुआ। कुछ दिनों के अंतराल में ही बच्चे को समस्या होने लगी, निमोनिया जैसे लक्षण आने के बाद बच्चे को जबलपुर में निजी चिकित्सालय लेकर गए, जहां इको जांच करने के बाद पता चला कि हृदय में जन्म से छेद है। जानकारी मिलते ही परिवार के ऊपर मानो पहाड़ सा टूट पड़ा। बच्चे के हृदय में छेद की बात को लेकर परेशान परिजनों ने जब डॉक्टर से अग्रिम उपचार के लिए परामर्श लिया तो उन्होंने जबलपुर जिला अस्पताल में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संपर्क करने के लिए कहा।
रविवार के अलावा सोमवार को भी विभागीय अवकाश है। बालक को शीघ्र उपचार की आवश्यकता थी, 2 दिनों का विलंब करने से जान का जोखिम हो सकता था, इसलिए रविवार को ही पूरी प्रक्रिया की गई। शासन की योजना से उपचार मुंबई के अस्पताल में नि:शुल्क होगा।
- डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ
जल्द से जल्द की गई कागजी कार्यवाही
आरबीएसके जिला प्रबंधक डॉ. सुभाष शुक्ला ने बताया कि परिजनों के संपर्क करते ही और बच्चे की स्थिति को देखते हुए तत्काल छुट्टी वाले दिन भी कार्यालय खाेला गया, साथ ही प्रकरण की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा को भी दी। जानकारी मिलते ही डॉॅ. मिश्रा भी कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद सारी कागजी कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण कराई गई और परिजनों को दस्तावेज सौंप दिए गए।
Created On :   14 April 2025 6:06 PM IST