दबिश: चीतल का शिकार मामले में वन विभाग की टीम ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार

चीतल का शिकार मामले में वन विभाग की टीम ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार
  • आरोपियों की संख्या पहुंची 5 पर
  • सभी को भेजा न्यायिक हिरासत में
  • वनविभाग ने पहले चार आरोपियों को किया था गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, चामोर्शी (गड़चिरोली)। गड़चिरोली वनविभाग के तहत आने वाले कुनघाड़ा रै. वन परिक्षेत्र के गिलगांव जमी जंगल परिसर में गत 30 मार्च को चीतल शिकार का मामला उजागर हुआ था। इस मामले में वनविभाग ने पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया । अब विभाग की टीम ने तलोधी गांव में जाल बिछाकर पुन: एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम सुखदेव श्यामराव कुलमेथे बताया गया है। शिकार मामले में अब आरोपियों की संख्या बढ़कर 5 पर पहुंच गयी है। स्थानीय न्यायालय ने सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत में रवानगी कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 30 मार्च को गिलगांव जमीं जंगल क्षेत्र में चीतल का शिकार होने की गुप्त जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम ने गिलगांव में जाल बिछाकर पंकज शंकर पिंपलवार के घर छापामार कार्रवाई की थी। इस समय पंकज के घर के से चीतल के मांस के टुकटे और कुछ हथियार बरादम किय गये थे। पंकज की गिरफ्तारी के बाद वनविभाग ने अरुण विट्ठल भोयर, राेहिदास शंकर मडावी और बांधोना निवासी विलास काशिनाथ बोदलकर को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार आरोपियों में से पंकज, अरुण और रोहिदास को पहले ही कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वहीं विलास को वन हिरासत में रखा गया था। विलास से की गयी अधिक पूछताछ के बाद इस मामले में सुखदेव कुलमेथे को भी गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को स्थानीय न्यायालयने सुखदेव और विलास को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। मामले की अधिक जांच गड़चिरोली के उपवनसंरक्षक मिलिश दत्त शर्मा के मार्गदर्शन में क्षेत्र सहायक एस. जी. झोडगे, वनरक्षक के. एम. मडावी कर रहे हैं।

तेंदुए ने बकरी को बनाया शिकार : मूल तहसील के राजगढ़ ग्राम में बाघ के आतंक बाद अब तेंदुए का आतंक काफी बढ़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार रात को तेंदुए ने गांव में प्रवेश कर बकरी को अपना निवाला बनाया। बताया जाता है कि, राजगढ़ निवासी दिलीप मगरे के निवास स्थान के पीछे बने तबेले में बकरी बांध कर रखी थी। उस बकरी पर तेंदुए ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सुबह के वक्त यह घटना उजागर हुई है। इस घटना से राजगढ़ निवासी नागरिकों में दहशत व्याप्त है। इस घटना की जानकारी सावली वन विभाग को दी गई। वन विभाग द्वारा पंचनामा करके तेंदुए के बंदोबस्त हेतु पिंजरा लगाने की मुहिम शुरू की गई है। तेंदुए का बंदोबस्त जल्द से जल्द करने की मांग गांव के नागरिकों ने की है।

Created On :   6 April 2024 4:19 PM IST

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