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आश्वासन: मुरूम और गिट्टी का अवैध उत्खनन करने वाले ठेकेदार से होगी 15 लाख रुपए की वसूली
- जांच की मांग को लेकर मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के समक्ष आंदोलन
- वन विभाग ने आंदोलनकर्ताओं को दिया आश्वासन
- मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । सड़क निर्माणकार्य के लिए वनविभाग की आरक्षित वनभूमि से मुरूम व गिट्टी के अवैध उत्खनन की जांच कर संबंधितों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई करने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता योगाजी कुडवे ने यहां के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के समक्ष ठिया आंदोलन शुरू किया था। इस बीच सातवें दिन उन्होंने आंदोलन को और अधिक तीव्र करने की चेतावनी भी जारी की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए वनविभाग ने अवैध उत्खनन मामले में संबंधित ठेकेदार के खिलाफ अपराध दर्ज कर 15 लाख 7 हजार 482 रुपए की वसूली करने के आदेश जारी किए हैं। इस संदर्भ में लिखित पत्र प्राप्त होते ही मंगलवार, 13 फरवरी को कुडवे ने अपने आंदोलन को समाप्त कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, भामरागढ़ वन विभाग के गट्टा वन परिक्षेत्र के तहत आने वाली मेंढरी से गट्टा तक की सड़क का निर्माणकार्य सरकार ने मंजूर किया था। यह कार्य छत्तीसगढ़ राज्य के पखांजूर स्थित मे. एस. आर. सरकार नामक ठेकेदार को सौंपा गया। लेकिन ठेकेदार द्वारा वनाधिकारियों से मिलीभगत कर क्षेत्र के गर्देवाड़ा, तोड़गट्टा, वांगेतुरी, मेंढ़री समेत अन्य स्थानों पर बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से उत्खनन कर मिट्टी व गिट्टी का उपयोग निर्माणकार्य के लिए किया। इसी उत्खनन की जांच करने और संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर गत 7 फरवरी से कुडवे ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ ठिया आंदोलन शुरू किया।
इस बीच मंगलवार को वनविभाग ने एक पत्र जारी करते हुए संबंधित ठेकेदार से 15 लाख से अधिक रुपए की वसूली के साथ संबंधित के खिलाफ कानूनन कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जिसके कारण कुडवे ने अपने आंदोलन को समाप्त कर दिया है। मुरूम और गिट्टी का अवैध उत्खननइस समय सामाजिक कार्यकर्ता योगाजी कुडवे, रवींद्र सेलोटे, चंद्रशेखर सिडाम, नीलकंठ संदोकर, आकाश मट्टामी, धनंजय डोईजड, रघुनाथ सिडाम, ईश्वर तिवाडे, राजू गडपायले, विलास भानारकर, आशीष नक्षिने, अरविंद देशमुख आदि उपस्थित थे।
शराब अडडे पर छापा : गडचिरोली तहसील के अलोनी और बोथेड़ा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से शराब की धड़ल्ले से हो रही बिक्री के खिलाफ शिकायत मिलते ही मंगलवार की सुबह शहर पुलिस टीम ने दोनों स्थानों के शराब अड्डों पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में महुआ शराब, महुआ सड़वा व अन्य सामग्रियों समेत तकरीबन 3 लाख रुपए का माल जब्त किया गया। इस मामले में बोथेड़ा निवासी एक शराब विक्रेता के खिलाफ महाराष्ट्र शराब बंदी कानून के तहत अपराध दर्ज किया गया। तहसील मुख्यालय से समीपस्थ अलोनी गांव शराब बिक्री के लिए काफी परिचित है। यहां से अन्य गांवों में भी शराब पहुंचायी जाती है। अलोनी के नागरिकों ने गांव में शराब बंदी का फैसला लिया है। लेकिन शराब विक्रेताओं द्वारा शराब की बिक्री थमने का नहीं ले रही थी। इसी कारण नागरिकों ने इसकी शिकायत पुलिस में की। शिकायत के मिलते ही पुलिस ने मंगलवार की सुबह अलोनी गांव के विभिन्न शराब अड्डों पर कार्रवाई की। इस कार्रवाई में 36 ड्रम महुआ सड़वा, 10 लीटर महुआ शराब के साथ अन्य सामग्री जब्त की। जब्त माल की कीमत तकरीबन 3 लाख रुपए बताई गयी है। यह कार्रवाई सहायक पुलिस उपनिरीक्षक जयप्रकाश मेश्राम, पुलिस हवलदार विजय नंदेश्वर और उनकी टीम ने की।
Created On :   14 Feb 2024 8:03 PM IST