Chhindwara News: पाइप डालकर पैसा निकाल रहे ठेकेदार, प्रभारी मंत्री ने ईई को लगाई फटकार, जांच के आदेश

पाइप डालकर पैसा निकाल रहे ठेकेदार, प्रभारी मंत्री ने ईई को लगाई फटकार, जांच के आदेश
  • पाइप डालकर पैसा निकाल रहे ठेकेदार
  • प्रभारी मंत्री ने ईई को लगाई फटकार, जांच के आदेश

Chhindwara News: छह साल के बाद हुई जिला योजना समिति की बैठक में विधायकों ने प्रभारी मंत्री राकेश सिंह के समक्ष अपनी भड़ास निकाली। जलजीवन मिशन, नल जल योजना सहित अमृत 2.0 के तहत हो रहे कामों को लेकर नाराजगी दर्ज कराते हुए विधायकों ने एक-एक अनियमितता प्रभारी मंत्री के समक्ष रखी। लगातार शिकायतें आने पर प्रभारी मंत्री ने पीएचई के ईई को फटकार लगाते हुए शिकायतों पर कलेक्टर को जांच के आदेश दिए।

कलेक्ट्रेट सभागृह में हुई जियोस की बैठक की शुरुआत जलजीवन मिशन से शुरु हुई। जुन्नारदेव विधायक सुनील उईके ने कहा कि गांव में पाइप डालकर ठेकेदार पैसा निकाल रहे हैं। इसमें अधिकारियों की भी पूरी मिलीभगत है। पैसा लेने के बाद ठेकदार आगे काम में रुचि नहीं लेते हैं। ऐसा ही हाल अमृत 2.0 का चल रहा है। जिले के नगरीय निकाय में योजना के तहत काम तो चल रहा है, लेकिन पानी का सोर्स ही नहीं ढूंढा जा रहा है। यदि यही हाल रहा तो पाइप लाइन डालने के बाद भी घरों में पानी कैसे आएगा। परासिया विधायक सोहन वाल्मिक ने गेहूं उपार्जन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 2022 में जिले के 36 हजार किसानों ने गेहूं उपार्जन में पंजीयन कराया था। आज ये अंाकड़ा 17 हजार पर सिमट गया है। किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाने के कारण वे सीधे व्यापारियों को अपनी उपज बेच रहे हैं। विधायकों की शिकायतें आने के बाद प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने बैठक में मौजूद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से कहा कि वे जो भी शिकायतें आ रही है। उसकी जांच करवाएं। लापरवाही बरतने वालों को बिल्कुल भी नहीं बख्से। लापरवाही सिर्फ ठेकेदारों की तय नहीं की जाएगी, बल्कि इसके जिम्मेदार अधिकारी भी होंगे।

ये मुद्दे छाए रहे बैठक में...

- विधायकों ने जलजीवन मिशन में ईल टेस्ट में हो रही गड़बड़ी प्रभारी मंत्री के समक्ष लाई। इनका कहना था कि टेस्ट के नाम पर अधिकारी करोड़ों के वारे-नारे कर रहे हैं।

- कांग्रेस विधायकों का आरोप था कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करोड़ों रुपए के डेम, इंटकवेल बनवाए थे, आगामी 20 साल को ध्यान रखकर योजना बनी थी, लेकिन अब इन डेमों में पानी नहीं है।

- बैठक में मौजूद जिला पंचायत सदस्यों ंने कहा कि नगरीय क्षेत्र में ही नियमित जलसप्लाई नहीं हो पा रही है। कोयलांचल में एक तो कहीं तीन दिन के बाद शहरवासियों को पानी दिया जा रहा है।

अधिकारियों को फटकार के बाद प्रभारी मंत्री के आदेश

- नगरीय एवं ग्रामीण किसी भी क्षेत्र में पेयजल प्रदाय में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सभी सीएमओ जहां-जहां पेयजल की समस्याएं है, नियमित जलप्रदाय नहीं किया जा रहा है और जहां आगामी ग्रीष्मकाल में जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, अभी से वैकल्पिक व्यवस्था बना लें।

- यदि ठेकेदार अमृत 2 योजना एवं पाइप विस्तारीकरण संबंधी कार्य समय पर नहीं करते हैं, तो पेनाल्टी लगाने के साथ ही कार्यवाही भी करें। साप्ताहिक वर्क प्लान ठेकेदार के साथ बैठकर तैयार करें और उसका सप्ताह के अंदर ही इंप्लीमेंटेशन कराएं ।

ये थे बैठक में उपस्थित

बैठक में सांसद विवेक बंटी साहू, विधायक कमलेश शाह, निलेश उईके, विजय चौरे, चौधरी सुजीत सिंह, महापौर विक्रम अहके, भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार सहित जिला योजना समिति के सदस्य मौजूद थे।

Created On :   5 April 2025 6:00 PM IST

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