Beed News: 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में सुदर्शन घुले, सीआईडी करेगी जबरन वसूली मामले की जांच

14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में सुदर्शन घुले, सीआईडी करेगी जबरन वसूली मामले की जांच
  • आवाज के नमूनों की भी होगी जांच
  • पुलिस हिरासत में सुदर्शन घुले

Beed News. सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में न्यायिक हिरासत में चल रहे सुदर्शन घुले को जबरन वसूली मामले में बुधवार को केज अदालत में पेश किया गया। इस बार केज अदालत ने सुदर्शन घुले को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। केज स्थित अवादा एनर्जी पवनचक्की परियोजना के संचालक से दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले में सुदर्शन घुले व अन्य आरोपियों के खिलाफ केज पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, सुदर्शन घुले को सरपंच देशमुख हत्या मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। अब सुदर्शन घुले की भी जबरन वसूली मामले में सीआईडी जांच कर रही है।

वाल्मीक कराड और विष्णु चाटे से पहले भी अवदा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली के मामले में जांच की जा चुकी है। हालाँकि, सुदर्शन घुले की जांच अभी भी लंबित है। सुदर्शन घुले को बुधवार को सीआईडी के उप अधीक्षक अनिल गुजर द्वारा केज अदालत के प्रथम श्रेणी न्यायाधीश एस व्ही पावस्कर की अदालत में पेश किया गया। इस बार सीआईडी ने सुदर्शन घुले के लिए 5 दिनों की हिरासत की मांग की। हालाँकि, न्यायमूर्ति एस. व्ही पावस्कर ने सुदर्शन घुले को 14 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इन दो दिनों में सीआईडी द्वारा सुदर्शन घुले से फिर गहन पूछताछ की जाएगी। पुलिस सुदर्शन घुले की आवाज के नमूनों की जांच करेगी।

इस बीच, चार दिन पहले सुदर्शन घुले के मोबाइल फोन से डेटा बरामद किया गया। यह जानकारी दिवंगत संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख ने पत्रकारों से बात करते हुए दी। जांच के सिलसिले में धनंजय देशमुख दो-तीन दिन बाद सीआईडी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। सुदर्शन घुले के मोबाइल फोन से डेटा बरामद कर लिया गया है और उसे पूरी तरह से जब्त कर लिया गया है। धनंजय देशमुख ने यह भी कहा कि विष्णु चाटे के मोबाइल से डेटा रिकवर कर लिया गया है और दोनों के मोबाइल की कुछ चीजों को जांच पूरी होने तक गोपनीय रखा गया है ताकि जांच में बाधा न आए।

सुदर्शन घुले कौन हैं?

सुदर्शन घुले बीड के केज तहसील के टाकली के निवासी हैं। वह केवल 27 वर्ष का है। उन्होंने अपनी शिक्षा सातवीं कक्षा तक पूरी की है। वह अपने परिवार में अकेला है। उसके पिता का पहले ही निधन हो चुका था। इसलिए, वह और उसकी माँ उसके परिवार में केवल दो लोग हैं। सुदर्शन घुले के पास 2-4 एकड़ सूखी जमीन है। लेकिन उन्हें खेती में जरा भी रुचि नहीं थी। इसलिए उन्होंने गन्ना मजदूरों के लिए पर्यवेक्षक के रूप में काम करना शुरू कर दिया। इस काम के दौरान वह उन मजदूरों से भी पैसे वसूल रहे थे जो काम पर नहीं आते थे। उसका आपराधिक रिकॉर्ड गन्ना काटने वाले से लेकर जबरन वसूली करने वाले तक का है।

सुदर्शन घुले को वाल्मीक कराड से भी ज्यादा खतरनाक बताया जाता है। उनके दिमाग में पहले से ही गुंडागर्दी और नेतृत्व की भावना थी। वह केज तहसील का भाई बनना चाहता था। वह डॉन बनकर तहसील में आतंक फैलाना चाहता था। इसके लिए वह एक गॉडफादर की तलाश में थे। इसके माध्यम से वे वाल्मीक कराड़ के विशेषज्ञ विष्णु चाटे के संपर्क में आए और उनकी इच्छा बढ़ने लगी। स्थानीय राजनेताओं के साथ उनका टकराव बढ़ गया। अब जानकारी सामने आ रही है कि सुदर्शन के खिलाफ 10 साल में 10 अपराध दर्ज हुए हैं। विष्णु चाटे से परिचय के कारण उन्हें कुछ काम मिल गया। ग्रामीणों के अनुसार, वह राजनीतिक नेताओं और उनकी पार्टियों के मामलों को संभालने में कुशल है।

Created On :   12 Feb 2025 7:20 PM IST

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