घूसखोर को दबोचा: पीएचडी के दस्तावेजों व आरएसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने मांगे 5 लाख, 3 गिरफ्तार

पीएचडी के दस्तावेजों व आरएसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने मांगे 5 लाख, 3 गिरफ्तार
  • आरोपी पीएचडी महिला गाइड डॉ. सिद्दिकी फरार
  • जालना एसीबी ने की कार्रवाई
  • पहली ही किश्त लेते हुए पकड़ाए

डिजिटल डेस्क, छत्रपति संभाजीनगर । पीएचडी के सभी दस्तावेजों व आरएसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने के लिए शिकायतकर्ता विद्यार्थी से पांच लाख रुपए की मांग कर पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पीएचडी की महिला गाइड के बेटे सिद्दिकी फराज मुहम्मद रियाजोद्दीन को एसीबी टीम ने बारापुल्ला गेट के समीप कार्यालय से पकड़ लिया। उसके बाद डाॅ एराज के दूसरे बेटे डाॅ सिद्दिकी फसीद्दीन व चपरासी शेख उमर गनी को भी पकड़ लिया गया। डाॅ एराज को एसीबी फरार बता रही है। उनके घर की तलाशी जारी है। इस बारे में बेगमपुरा पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। कार्रवाई जालना की एसीबी टीम ने की।

एसीबी एसपी संदीप आटोले ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता डॉ बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़़ा विश्वविद्यालय में ग्रंथालय व माहितीशास्त्र विषय पर पीएचडी कर रहा है। उसे विश्वविद्यालय की ओर से गाइड के रूप में नवखंडा काॅलेज की ग्रंथपाल डॉ एराज सिद्दिकी का मार्गदर्शन मिल रहा है। साथ ही शिकायतकर्ता को ज्योतिबा फुले संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (महाज्योति), नागपुर के माध्यम से अधिछात्रवृत्ति के रूप में हर माह 50,400 रुपए मिलते हैं। उक्त फेलोशिप पाने के लिए शिकायतकर्ता की प्रोग्रेस रिपोर्ट, स्वंघोषणा पत्र, हाजिरी पत्रक, तीन माह व छह माह की प्रोग्रेस रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने व आरएसी रिपोर्ट पॉजिटिव देने के लिए डॉ सिद्दिकी ने शिकायतकर्ता से हर माह 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी।

चपरासी ने मांगे 25 हजार : 24 जुलाई, 2024 को शिकायतकर्ता के दस्तावेज पर डॉ एराज के हस्ताक्षर के लिए चपरासी शेख उमर ने 25 हजार रुपए मांगे। उसके बाद 27 जुलाई को डॉ एराज ने शिकायतकर्ता को अपने बेटे फसीद्दीन सिद्दिकी उर्फ समीर से मिलने के लिए कहा। शिकायतकर्ता 29 जुलाई को डॉ एराज के बेटे से मिला। फसीद्दीन ने सभी रिपोर्ट पर डाॅ एराज के हस्ताक्षर व आरएसी रिपोर्ट पॉजिटिव देने के लिए तुम्हें मिलने वाली फेलोशिप नवंबर 2022 से नवंबर 2026 तक में से हर माह दस हजार रुपए यानी चार साल के पांच लाख रुपए रिश्वत मांगी।

फोन कर 50 हजार रु देने का कहा : डॉ एराज ने शिकायतकर्ता विद्यार्थी को फोन कर 50 हजार रुपए देने काे कहा। इस पर उसने एसीबी से शिकायत की। टीम ने पड़ताल की तो उक्त सभी द्वारा पांच लाख रुपए की मांग कर पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपए रिश्वत स्वीकार करने का मान्य किया।

ऐसे बिछाया जाल और फांस लिया : सोमवार को जालना एसीबी टीम ने बारापुल्ला के समीप डॉ एराज के बेटे की ईआरएस कोचिंग क्लासेस के समीप जाल बिछाया। डॉ एराज के कहने पर जैसे ही चपरासी शेख उमर व डॉ एराज के बेटे डॉ फसीद्दीन उर्फ समीर व फराज सिद्दिकी ने शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपए की रिश्वत ली, जाल बिछाकर बैठी एसीबी टीम ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया। तीनों को एसीबी कार्यालय लेकर आए। पूछताछ के बाद बेगमपुरा पुलिस थाने में डॉ एराज व अन्य तीनांे के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। कार्रवाई पुलिस अधीक्षक आटोले, अपर पुलिस अधीक्षक मुकुंद आघाव के मार्गदर्शन में पीआई शंकर मुटेकर, हवलदार गजानन घायवट, शिवाजी जमधड़े, गणेश चेके, गजानन खरात, गणेश बुजाई, जावेद शेख, शिवलिंग खुले, आशा कुंटे व भालचंद बिनोरकर, विठ्‌ठल कापसे ने की।


Created On :   20 Aug 2024 3:53 PM IST

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