Amrawati News: यूनिफार्म पर विवाद, छात्राओं को सलवार सूट की जगह स्कर्ट-कमीज दी जा रही

यूनिफार्म पर विवाद, छात्राओं को सलवार सूट की जगह स्कर्ट-कमीज दी जा रही
  • उर्दू विद्यालय प्रबंधन समितियों ने यूनिफॉर्म लेने से किया इनकार
  • छोटे-छोटे ड्रेस में अक्सर शरमा जाती हैं लड़कियां
  • लड़कियों को सलवार - कुर्ता देने की मांग

Amrawati Chandurbajar News . शासनादेश के बाद भी जिले की उर्दू शालाओं में छात्राओं को सलवार सूट की जगह स्कर्ट-कमीज के गणवेश बांटे जाने को लेकर अभिभावकों में रोष देखा जा रहा है। पहले ही गणवेश वितरण में तीन माह की देरी हुई। उसमें नियमों का उल्लंघन कर छात्राओं को इस तरह के गणवेश बांटे जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए महाराष्ट्र राज्य उर्दू शिक्षक संगठन के अमरावती जिला अध्यक्ष जावेद इकबाल जौहर ने बताया कि उर्दू शालाओं की प्रबंधन समितियों ने यह गणवेश लेने से इनकार कर दिया।

गणवेश को लेकर गाइड लाइन

पूर्व उप सरपंच रिजवान हुसैन ने चांदुर बाजार के गुट शिक्षाधिकारी से लिखित शिकायत कर पंद्रह दिनों में शासनादेशानुसार गणवेश वितरित करने की गुजारिश की। उन्होंने इसे अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ निरूपित किया है। 10 जून के शासनादेश में गणवेश को लेकर साफ तौर से गाइड लाइन दी गई है। जिसमें कहा गया है कि उर्दू माध्यम की छात्राओं को सलवार सूट दिया जाए, लेकिन उर्दू माध्यम के विद्यार्थियों को भी स्कर्ट-कमीज दी जा रही है। इस समय उनके साथ उपसरपंच जुनैद अहमद खान, ग्राम पंचायत सदस्य अब्दुल नदीम,साजिद मुल्ला उपस्थित थे।

पहले की थी गुजारिश : जौहर

जावेद इकबाल जौहर के मुताबिक शासन नियमों के अनुसार उर्दू स्कूलों में लड़कों को शर्ट और पैंट वितरित किए जाते हैं। जबकि लड़कियों को यूनिफॉर्म के रूप में सलवार, कमीज और दुपट्टा दिया जाता है। लड़कियों के लिए सलवार कमीज सामाजिक और सुरक्षा कारणों से अनिवार्य है। इस संबंध में महाराष्ट्र राज्य उर्दू शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एम.ए. गफ्फार ने जुलाई में प्रोजेक्ट डायरेक्टर महाराष्ट्र राज्य को निवेदन देकर ऐसी मांग की थी।

Created On :   3 Oct 2024 10:57 AM GMT

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