Amravati News: अमरावती के रिद्धपुर मठ में किशोरी के साथ दुराचार मठाधीश बाबा, मामा, मौसी समेत चार गिरफ्तार

  • किशोरी आठ माह की गर्भवती
  • पिता से मिलकर पीड़िता ने दर्ज करायी शिकायत

Amravati News रिद्धपुर मठ में एक 17 वर्षीय नाबालिग गर्भवती का मामला सामने आने पर यौन शोषण मामले में शिरखेड़ पुलिस ने मठ प्रमुख सुरेंद्र मुनि तलेगांवकर (70), नांदेड़ से आया एक दर्शनार्थी और पीड़ता की मौसी व मामा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुरुवार को चारों आरोपियों को वरुड़ न्यायालय में पेश किया, जहां न्यायालय ने चारों को 24 फरवरी तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है। जानकारी के अनुसार पीड़िता आठ माह की गर्भवती है।

पीड़ित द्वारा दर्ज शिकायत के मुताबिक, उसकी मौसी उसे जबरन मठ प्रमुख के पास रात में भेजती थी। जहां मुनि के अलावा नांदेड़ के एक दर्शनार्थी ने उसके साथ कई बार दुराचार किया। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में रिध्दपुर के मठ प्रमुख सुरेंद्र मुनि तलेगांवकर, नांदेड़ निवासी दर्शनार्थी बालासाहब देसाई (35), पीड़िता का सगा मामा निखिल कापसे (26) व मौसी का समावेश है। अब प्रसूति के बाद ही आरोपियों के डीएनए टेस्ट से पीड़िता के गुनहगार का पता चल सकेगा।

मौसी ने जबरन भेजा मुनि बाबा के पास : पीड़िता द्वारा दर्ज शिकायत के मुताबिक, 2023 में वह दिल्ली के मठ में उसकी बुआ के साथ रहती थी। वहां कुछ महीने रहने के बाद 31 दिसंबर को वह बुआ के साथ दिल्ली से अमरावती में रहने वाले उनके रिश्तेदार के यहां आ रही थी। तभी बीच रास्ते में पीड़िता ने अपने मौसी का नंबर लिया और उसे फोन कर रिध्दपुर के मठ में आने की बात कही। तब मौसी ने उसे शेगांव में उतरने के लिए कहा था, लेकिन बुआ को न बताते वह मौसी के घर शेगांव से 1 जनवरी, 2024 को सुरेंद्र मुनि तलेगांवकर के मठ में पहुंची। दो माह बाद उसकी मां भी यहां के मठ में रहने आई, लेकिन मार्च माह के अंत में बाबा ने उसकी मां को नाशिक के आडवाड़ी मठ में भेज दिया। पीड़िता ने बताया कि, 2 अप्रैल की रात वह जब मठ में सोई थी तब उसकी मौसी ने उसे नींद से जगा कर सुरेंद्र मुनि के गर्भगृह में भेजा। वहां उस पर पहली बार दुराचार किया गया।

यह बात उसने मौसी को बताई, तो मौसी ने बाबा का ही पक्ष लिया था। जिससे पीड़िता उस पर होनेवाले अत्याचार के बारे में किसी को बता नहीं पाई। पश्चात नांदेड़ से बालासाहब देसाई यह मठ में दर्शन के लिए आते थे। उन्होंने भी उस पर दुराचार किए। जिससे वह गर्भवती रही। यह बात उसने मौसी को बताई। जिसके बाद उसे चांदुर बाजार के डॉ. ढोले के यहां सोनोग्राफी के लिए ले जाया गया था। वहां डॉक्टर ने गर्भ सही सलामत रहने की बात कही। वहां से फिर पीड़िता को मठ में लाया गया।

मां के साथ गड़चिरोली भेजा : इस दौरान पीिड़ता की मां आश्रम में पहुंची। उसने मठ में आकर सुरेंद्र मुनि बाबा को इस बारे में पूछा, तब बाबा ने कहा कि जितना कहता हूं, उतना करो। कहकर पीडिता और उसकी मां को इसी मठ में रहने वाले साहिल नामक व्यक्ति के साथ गड़चिरोली भेजा गया। वहां पीड़िता और उसकी मां साहिल के रिश्तेदार के घर रहती थी। वहां दो माह बीत गए। परिसर नया रहने से शिकायत कहा करना, इस बारे में जानकारी नहीं थी और उनके पास उनके पिता का नंबर भी नहीं था।


Created On :   21 Feb 2025 11:25 AM IST

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