उत्तर प्रदेश: कोरोना काल में संस्कृत भाषा सीखेंगे विदेशी छात्र, ऑनलाइन कक्षाओं का होगा आयोजन
डिजिटल डेस्क,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत होने जा रही है। दरअसल, राज्य सरकार वैदिक भाषा सीखने और अध्ययन करने के लिए विदेशी छात्रों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। हालांकि,कई बार देखा गया हैं कि, विदेशों में संस्कृत भाषा और भारत की परंपराओं को काफी पसंद किया जाता रहा है।
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान विदेशी मूल के छात्रों के लिए अपनी ऑनलाइन संस्कृत भाषण प्रशिक्षण हेल्पलाइन का विस्तार कर रहा है। इसके लिए व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से एक हेल्पलाइन जारी किया जाएगा, जिसके जरिए संस्कृत के छंदों और अनुष्ठानों को सीखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष वाचस्पति मिश्रा के अनुसार, इस नई पहले के जरिए विदेशी छात्र न केवल संस्कृत की मूल बातें सीख सकेंगे, बल्कि शिक्षकों के एक अलग समूह द्वारा छंद, अनुष्ठान, आध्यात्मिकता की जानकारी भी उन्हें दी जाएगी।
हालांकि, संस्कृत सीखने और भाषण के लिए मौजूदा ऑनलाइन सुविधा पहले ही बड़ी सफलता के साथ शुरू की जा चुकी है, जिसमें 8,000 से ज्यादा लोग रजिस्टर्ड हैं, जबकि 1,553 छात्र रोजाना वर्चुअल कक्षाएं ले रहे हैं, जबकि संस्थान 47 दैनिक कक्षाओं की पेशकश कर रहा है। जानकारी के अनुसार, छात्र मोबाइल फोन नंबर पर मिस्ड कॉल अलर्ट के बाद वर्चुअल कक्षा में खुद को आसानी से रजिस्टर्ड करवा सकते है। पंजीकरण के लिए उम्मीदवारों को केवल एक गूगल फॉर्म भरना होगा और अपने व्यवसाय, नौकरी और शिक्षा के बारे में विवरण प्रस्तुत करना होगा, जिससे ग्रुपवाइस कक्षाओं की व्यवस्था छात्रों की व्यक्तिगत शिक्षा और जॉब प्रोफाइल के अनुसार की जा सकें।
Created On :   6 Aug 2021 8:48 AM GMT