Mumbai News: मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तह इंटर्नशिप देने सरकारी विभाग आगे

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तह इंटर्नशिप देने सरकारी विभाग आगे
  • प्रशिक्षणार्थियों को इंटर्नशिप देने सरकारी विभाग आगे
  • मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना
  • राज्य में 1 लाख 14 हजार प्रशिक्षणार्थियों को मिला इंटर्नशिप

Mumbai News. प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना (सीएमवाईकेपीवाई) के तहत राज्य में 1 लाख 27 हजार 857 प्रशिक्षणार्थियों ने इंटर्नशिप के लिए पंजीयन कराया है। जिसमें से राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और संस्थानों ने 80 हजार 350 प्रशिक्षणार्थियों और निजी कंपनियों ने 47 हजार 507 प्रशिक्षणार्थियों को इंटर्नशिप का अवसर दिया है। राज्य में प्रशिक्षणार्थियों को इंटर्नशिप के मौके देने में सरकार के विभाग आगे हैं। जबकि निजी कंपनियों ने कम रुचि दिखाई है। राज्य के कौशल्य विकास, उद्यमिता व नवाचार विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में पंजीयन कराने वाले 1 लाख 27 हजार 857 प्रशिक्षणार्थियों में से 1 लाख 20 हजार 990 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रत्यक्ष रूप से इंटर्नशिप किया। जिसमें से 1 लाख 14 हजार 462 प्रशिक्षणार्थियों को स्टाइपेंड उपलब्ध करा दिया गया है। इसके लिए सरकार ने 306 करोड़ 5 लाख रुपए प्रदान किए हैं। इससे पहले पूर्व की महायुति सरकार ने साल 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना को लागू किया था। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसको लाडला भाई योजना नाम दिया था। हालांकि इस योजना के तहत युवा और युवतियों दोनों को इंटर्नशिप का मौका दिया जाता है।

पुणे विभाग सबसे आगे, कोंकण अंचल पीछे

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत राज्य में पुणे विभाग के 31 हजार 1 प्रशिक्षणार्थी ने इंटर्नशिप के लिए सबसे अधिक पंजीयन कराया है। जबकि कोंकण विभाग में सबसे कम 11 हजार 685 प्रशिक्षणार्थी का पंजीयन हुआ है। वहीं अमरावती विभाग में 15 हजार 218, नागपुर विभाग में 14 हजार 332, नाशिक विभाग में 26 हजार 611 और छत्रपति संभाजीनगर विभाग में 29 हजार 10 प्रशिक्षणार्थियों ने पंजीयन किया है।

प्रशिक्षणार्थियों को कितना मिलता है स्टाइपेंड

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के माध्यम से राज्य में कक्षा 12 वीं पास प्रशिक्षणार्थियों को प्रति महीने 6 हजार रुपए, आईटीआई व डिप्लोमा करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को 8 हजार रुपए और स्नातक और स्नातकोत्तर प्रशिक्षणार्थियों को 10 हजार रुपए स्टाइपेंड उपलब्ध कराया जाता है। 18 से 35 आयु वर्ग के प्रशिक्षणार्थियों को छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षणार्थियों को इंटर्नशिप के लिए सरकार की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीयन करना होता है। राज्य में ग्रामपंचायत कार्यालय से लेकर सरकार के विभिन्न विभागों और महामंडलों के अलावा निजी कंपनियों में इंटर्नशिप का मौके दिए जाते हैं।


Created On :   6 Feb 2025 10:03 PM IST

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