Amitabh B'day: नौकरी, राजनीति नहीं आई रास, एक्टिंग ने बनाया इंडस्ट्री का शहंशाह
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। आज भले अमिताभ बच्चन की आवाज, कद काठी और अभिनय का हर कोई दीवाना है, लेकिन एक वक्त वह भी था। जब उन्हें सिर्फ रिजेक्शन का सामना करना पड़ता था। उनकी आवाज और कद काठी का मजाक उड़ाया जाता था। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर सबका मुंह बंद कर दिया और आज वे फिल्म इंडस्ट्री के शहंशाह हैं। 11 अक्टूबर 1942 को जन्में अमिताभ आज ऐसे मुकाम पर हैं, जहां उन्होंने पहले कभी सोचा ही नहीं होगा। आज उनके 77 वें जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें।
साल 1982 में निर्माता-निर्देशक मनमोहन देसाई की फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान बिग बी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद भी वह मौत के मुंह से वापस आए। उन्हें बचाने के लिए उनके फैंस ने हर मंदिर, मस्जिद और गुरुदारे में उनके लिए प्रार्थना की। लोगो की दुआएं रंग लाई और अमिताभ जल्द ही ठीक को गये।
फिल्मों की दुनिया में थोड़ा हासिल कर उन्होंने राजनीति में भी प्रवेश किया। साल 1984 में उन्होंने इलाहाबाद से सांसद का चुनाव लड़ा। वे सांसद चुने भी गए। लेकिन अमिताभ को राजनीति रास नहीं आई और तीन वर्ष तक काम करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया। इसका मुख्य कारण यह था कि उनका नाम उस समय बोफोर्स घोटाले में खींचा जा रहा था। यह उन्हें गवारा नहीं था।
साल 1969 में अमिताभ बच्चन को पहली बार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म 'सात हिन्दुस्तानी' में काम करने का मौका मिला लेकिन इस फिल्म के असफल होने के कारण वह दर्शकों के बीच कुछ खास पहचान नहीं बना पाये। उनकी शुरुआती 12 फिल्में लगातार फ्लॉप हुईं।
अमिताभ ने अपना जेब खर्च निकालने के लिए कोलकत्ता में बतौर सुपरवाइजर का काम भी किया है। उस दौरान उन्हें 800 रुपये वेतन मिलता था। साल 1968 मे कलकत्ता की नौकरी छोड़ने के बाद मुंबई आ गये। बचपन से ही अमिताभ बच्चन का झुकाव अभिनय की ओर था और दिलीप कुमार से प्रभावित रहने के कारण वह उन्हीं की तरह अभिनेता बनना चाहते थे। वे अपने इस काम में सफल भी हुए।
अमिताभ ने अपने स्ट्रगल के दिनों में 'आकाशवाणी' में अनाउंसर पद के लिए आवेदन दिया था। लेकिन वहां उन्हें काम करने का अवसर नहीं मिला। उनकी आवाज की वजह से कई बार उन्हें नकार दिया गया। यहां तक कि फिल्म 'रेशमा' और 'शेरा' में अपनी अच्छी आवाज के बावजूद उन्हें मूक भूमिका भी स्वीकार करनी पड़ी।
Created On :   11 Oct 2019 1:56 AM GMT