”जहां चाह वहां राह” - शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण कराकर स्वर्णिम इतिहास रचा आदिवासी बाहुल्य ग्राम जमुई ने (सफलता की कहानी)!
”जहां चाह वहां राह” - शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण कराकर स्वर्णिम इतिहास रचा आदिवासी बाहुल्य ग्राम जमुई ने (सफलता की कहानी)!
डिजिटल डेस्क | शहडोल सच ही कहा गया है कि श्जहां चाह वहा राहश् ये कहावत और भी परिणाममूलक हो जाती है जब कठिन राह पर चलते हुए मानव कल्याण एवं समाजहित की भावना के साथ सभी कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सहभागिता राष्ट्र एवं जनहित में निभाएं। यह कहानी चतितार्थ किया है संभागीय मुख्यालय शहडोल से 08 किलो मीटर दूर बुढार रोड पर स्थिति ग्राम पंचायत जमुई ने। जो बैगा एवं गोंड आदिवासी बाहुल्य ग्राम है जिसकी जनसंख्या 3180 तथा 18 वर्ष से ऊपर के 1855 व्यक्ति है। कोरोना महामारी के संक्रमण से निजात दिलाने के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन में शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों का टीकाकरण कराकर यह ग्राम देश एवं प्रदेश स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराया है।
ग्राम जमुई में प्रारंभ में कई टीकाकरण सत्र आयोजित किये गए लेकिन वहां के व्यक्ति असमजंस्य की स्थिति में खुद को महसूस कर अपना टीकाकरण नही करा पा रहे थें। जब भावना मानव कल्याण की हो व्यक्ति और समाज की सुरक्षा का सवाल हो तो समन्वय एवं सहभागिता से इस महामारी को हराने के लिए ग्रामं जमुई के सरपंच श्री भईया लाल बैगा उप सरपंच श्री मीनू सिंह व समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के साथ आत्म मंथन कर उन कारणों को जाना जिसके कारण जमुई के लोग टीकाकरण नही करा रहे थे उनके मनोस्थिति को समझते हुए घर-घर दस्तक देकरं टीकाकरण के फायदें बताकर मिशन की तरह सभी ने अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई।
कर्मठ कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सतेन्द्र सिंह के मूल मंत्र ग्रामवासियों के भावनाओं का आदर करते हुए उनके मन में विश्वास पैदा करे जिससे उन्हें आत्म विश्वास प्राप्त हो। इस भावना को आत्मसात करते हुए सभी ने अपनी सहभागिता पूर्ण निष्ठा से निभाते हुए यह संकल्प लिया कि, ग्राम जमुई में एक भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर है कोविड-19 के टीका से वंचित न रहें क्योंकि इस महामारी से सभी की रक्षा करना परंम कर्तव्य है। इस पुनीत कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए 6 जून से 12 जून 2021 तक लगातार उप स्वास्थ्य केन्द्र जमुई में कोविड-19 वैक्सीनेशन सत्र आयोजित किये गए सभी के प्रयासों से प्रथम दिन से ही सफलता प्रदर्शित होने लगी और प्रथम ही 297 व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर के थे जिन्हांेने उत्साहपूर्वक अपना टीकाकरण कराया। आज दिनांक तक ग्राम जमुई के 1900 व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर है उनको कोविड वैक्सीनेशन का प्रथम डोज लगाया जा चुका है।
ग्राम जमुई में दिव्यांगजनों ने भी बढ चढकर हिस्सा लिया और ग्राम जमुई के 09 दिव्यांगजनों ने कोरोना महामारी से बचावं का टीका लगवाया और सभी केा टीकाकरण करवाने का संदेश भी दिया। गत दिवस जब जिला स्तरीय टीम ग्राम जमुई के टीकाकरण का निरीक्षण एवं सत्यापन करने पंहुची तो उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि, गंभीर बीमारियों से पीड़ित 06 व्यक्ति टीकाकरण करवाने में असमर्थता दिखा रहे है तो तत्काल जिला स्तरीय टीम ने घर-घर जाकर उनको समझाइश देकर उनका भी टीकाकरण कराया। ग्राम जमुई में गर्भवती माताएं तथा कुछ ऐसे व्यक्ति जो कोरोना पॉजिटिव है उनका टीकाकरण अभी शासन के प्रोटोकाल के अनुसार अभी नही हुआ है लेकिन सजग गांव के सजग, समाजसेवियों के प्रयासों तथा सत्त सम्पर्क से यह जानकारी सामने आ रही है कि, निर्धारित समयावधि पूर्ण होने पर वो भी टीका लगवाने के लिए तैयार है। यदि दृढं संकल्प हो और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो, सभी की सक्रिय सहभागिता हो तो कठिन से कठिन राह में भी रास्ते निकल ही आते है। ग्राम जमुई में जिला प्रशासन के टीम के साथ-साथ वहां के समाजसेवियों ने जो संकल्प लेकर ग्राम जमुई के लोगों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने का संकल्प रखा और उसे यर्थाथ् में अमलीजामा पहनाया जाना सराहनीय एवं अनुकरणीय है।