Hong Kong Sixes Tournament: हार की हैट्रिक के साथ टीम इंडिया हुई टूर्नामेंट से बाहर, चौथे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने 44 दर्ज की जीत
- हार की हैट्रिक के साथ टीम इंडिया हुई टूर्नामेंट से बाहर
- चौथे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने 44 ने दर्ज की जीत
- इंग्लिश कप्तान ने भारतीय कप्तान की गेंद पर की छक्कों की बरसात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकप्रिय हॉन्ग कॉन्ग सिक्सेस टूर्नामेंट की बीते 1 नवंबर को शुरुआत हुई। इस टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। रॉबिन उथप्पा की कप्तानी वाली टीम इंडियाअपने शुरुआती तीन मुकाबलों में हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गई है। बता दें, भारत इस टूर्नामेंट के पूल-सी का हिस्सा था। टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने अपना पहला मुकबला चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ खेला था जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ भी भारतीय टीम हार गई। वहीं, टूर्नामेंट के दूसरे दिन इंग्लैंड के खिलाफ हार के साथ टीम इंडिया ने अपना हार का हैट्रिक पूरा किया और टूर्नामेंट के खिताबी जंग से बाहर हो गई। इसके अलावा लीग स्टेज के चौथे मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारत को हार का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान से हारी टीम इंडिया
टूर्नामेंट के पहले दिन भारत चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने उतरा। इस मुकाबले में रॉबिन ब्रिगेड को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट के नुकसान पर 119 रन बनाए। इस दौरान टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज भरत चिपली ने 16 गेंदों में 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। इसके जवाब में पाकिस्तानी टीम ने अपने सलामी बल्लेबाजों के दम पर मुकाबले में जीत हासिल की।
कमजोर यूएई के खिलाफ भारत की हार
टीम इंडिया का दूसरा मैच संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ था जिसमें टीम इंडिया के सामने यूएई ने 131 रनों का लक्ष्य दिया था। लेकिन भारतीय टीम महज 129 रन ही बना सकी। इसी के साथ भारत अपनी जीत से महज 1 रन दूर रह गया।
इंग्लिश कप्तान ने भारतीय कप्तान की गेंद पर की छक्कों की बरसात
वहीं, भारतीय टीम टूर्नामेंट में अपने तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ उतरी थी। इस मैच में भारत को जीत के लिए 121 रनों की जरूरत थी लेकिन टीम इंडिया महज 105 रन ही बना सकी। मुकाबले में इंग्लिश कप्तान ने रवि बोपारा ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए केवल 14 गेंदों में 53 रनों की कप्तानी पारी को अंजाम दिया। उन्होंने इस दौरान भारतीय कप्तान रॉबिन उथप्पा के ओवर की 6 गेंदों में 6 छक्के जड़े।