गलत दावे के साथ चित्तौड़ के इस मंदिर की तस्वीर वायरल, जानिए मंदिर की सच्चाई

फर्जी खबर गलत दावे के साथ चित्तौड़ के इस मंदिर की तस्वीर वायरल, जानिए मंदिर की सच्चाई

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-04 09:35 GMT
गलत दावे के साथ चित्तौड़ के इस मंदिर की तस्वीर वायरल, जानिए मंदिर की सच्चाई

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आज कल सोशल मीडिया पर मंदिर जैसे दिखने वाला एक स्ट्रक्चर खूब देखा जा रहा है। इस फोटो को अलग-अलग कैप्शन के साथ वायरल किया जा रहा है। इस फोटो में आप को एक गुंबद के आकार का स्ट्रक्चर दिखाई दे रहा है। इस फोटो पर लिखे कैप्शन के मुताबिक, ये एक मंदिर था जिसे बाद में मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया 


भाजपा सदस्य सुरेंद्र पूनिया ने ये तस्वीर ट्वीट पर शेयर करते हुए लिखा, “मुगलों और बाकी इनवेडर्स का आर्किटेक्चर इतना बेजोड़ और विचित्र था कि उन्होंने जो भी बनाया, उसके बेसमेंट में हमेशा मंदिर रखा.” 


एक ट्विटर यूज़र ने ये फोटो ट्विटर शेयर करते हुए लिखा कि एक हिंदू मंदिर को मुगलों ने मस्जिद में बदल दिया था। ये फोटो सोशल मीडिया पर साल 2020 से शेयर की जा रही है। 

 

तस्वीर की सच्चाई
हमने तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए जांच पड़ताल शुरु की तो हमने तस्वीर का गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। तब जाकर हमें 2011 का एक फ़ोरम मिला। इसमें सुदीप्तो रे ने कोलकाता से राजस्थान की अपनी सेल्फ़-ड्राइविंग ट्रिप की एक फोटो पब्लिश की थी। सुदीप्तो ने अपने पोस्ट में लिखा, “साफ़ तौर पर एक मंदिर, जिसे मस्जिद में बदल दिया गया.”


इस के बाद हमने गूगल एक और बार सर्च किया हमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की वेबसाइट पर मौजूद एक ऑफ़िशियल डॉक्यूमेंट मिला। इसके डॉक्यूमेंट मुताबिक, ‘श्रृंगार चौरी’ एक जैन मंदिर है। इसे महाराणा कुंभा के पुत्र वेलाका ने 1448 में बनाया था। और खोज बीन करने पर हमने पाया कि इस एरिया में कई मंदिर हैं जिनके ऊपरी हिस्से में गुंबद है। ऐसा लगता है इस इलाके में मंदिरों के ऊपर गुंबद एक आम बात है। तो आप को हम बता दें कि कुल मिलाकर, श्रृंगार चौरी मंदिर को मस्जिद में बदलने का दावा पूरी से गलत है।

 

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