फैक्ट चेक: तुलसी गबार्ड के 'हरे कृष्ण' कीर्तन का यह वीडियो हालिया नहीं, 2016 की क्लिप अब हो रही वायरल
- तुलसी गबार्ड की पुरानी वीडियो वायरल
- 'हरे कृष्ण' महामंत्र गाती हुई दिखीं गबार्ड
- रिवर्स सर्च में आई सच्चाई सामने
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व डेमोक्रेट नेता तुलसी गबार्ड को देश की नई डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (राष्ट्रीय खुफिया निदेशक) के तौर पर चुनने का एलान किया। जिसके बाद तुलसी गबार्ड का एक वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहा है। लोग दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो हालिया है और वह ISKON मंदिर में 'हरे कृष्ण' महामंत्र का कीर्तन कर रही हैं। आपको बता दें कि, यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि सालों पुराना है।
क्या हो रहा है वायरल?
'Sunita Singh' नामक फेसबुक यूजर ने 15 नवंबर को वायरल वीडियो शेयर कर लिखा- सिर्फ दो दिन पहले ही तुलसी गबार्ड ISKON की 50th एनिवर्सरी पर महा मंत्र गा रही थी। इस महिला को बाइडेन ने “Secret terror list” में रखा था पर आज CIA-FBI सारी खुफिया जानकारी इनके साथ ट्रम्प तक पहुचायेगी। क्यूंकि ट्रम्प ने इन्हें ख़ुफ़िया विभाग का निदेशक बना दिया है। अमेरिका में बड़ी कंपनियों के CEO से लेकर रामास्वामी-तुलसी तक बेहद पावरफुल पदों पर भारतीय सवर्ण हिंदू है। ये मेरे सनातन पर दुनिया और विश्व की महाशक्ति का अटूट विश्वास है। हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे रामा हरे राम। अब देखते है हिंदुओं पर बोलने वाली तुलसी बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए क्या करती है जो इस्कॉन को टेररिस्ट बता रहे है।
क्या है वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई?
वायरल वीडियो की सच्चाई पता लगाने के लिए हमने सबसे पहले क्लिप के कुछ स्क्रीनशॉट्स निकाले। इसके बाद उन्हें गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। ऐसा करने पर हमें 'ISKCON News' नामक यूट्यूब चैनल मिला जहां पर वायरल वीडियो अपलोड की हुई थी। इस वीडियो को यहां 2016 में शेयर किया गया था। इससे यह साफ होता है कि वायरल हो रहा दावा पूरी तरह से भ्रामक है। यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि सालों पुरानी है।