दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने BJP कार्यकर्ता के ट्वीट को गलत समझ उठाए! ये है सच्चाई

फर्जी खबर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने BJP कार्यकर्ता के ट्वीट को गलत समझ उठाए! ये है सच्चाई

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-18 13:00 GMT
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने BJP कार्यकर्ता के ट्वीट को गलत समझ उठाए! ये है सच्चाई

डिजिटल डेस्क,भोपाल।  आजकल सोशल मीडिया एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है।  पेशे से सर्जन डॉक्टर भरत कानाबार ने  ट्वीट पर एक तस्वीर शेयर की है। तस्वीर में छात्रों को एक बिल्डिंग पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर पर गुजराती में एक कैप्शन लिखा है, “900 यूनिवर्सिटीज़ और 40 हज़ार कॉलेजों के इस देश में शिक्षा खरीदने और बेचने वाले दोनों  बेशर्म हो गए है। पेपर लीक,  फ़र्ज़ी डिग्री सर्टिफ़िकेट और परीक्षा में चोरी  जैसे वायरस से शिक्षा प्रणाली त्रस्त हो गई है.” बस इस के बाद क्या ये ट्वीट जल्द ही वायरल हो गया और तस्वीर को इसी कैप्शन के साथ ट्विटर पर  शेयर किया गया।

इस ट्वीट को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, “भाजपा के लोग भी गुजरात की  शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहे। लोग अच्छी शिक्षा के लिए आवाज़ उठने लगी है। 27 साल में भाजपा अच्छी शिक्षा नहीं दे पाई। गुजरात के लोगों और सभी पार्टियों को साथ लेकर “आप” सरकार गुजरात में भी अच्छी शिक्षा देगी.”


तस्वीर की सच्चाई
जब हमने तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें 2015 के कुछ न्यूज़ आर्टिकल्स मिलें। खबरों कि माने तो बिहार में अभिभावक अपने बच्चों को परीक्षा में नकल करवाने के लिए एक परीक्षा केंद्र की बिल्डिंग पर चढ़ रहे थे। इस तस्वीर का क्रेडिट एसोसिएटेड प्रेस को दिया गया है। ये तस्वीर भी गुजरात की नहीं है। सर्जन भरत कानाबार ने इस को लेकर एक और ट्वीट भी किया। ये तस्वीर बिहार की है। उनका कहना है कि ट्वीट का मकसद उन लोगों के बारे में बोलना था जिनसे शिक्षा प्रणाली प्रभावित होती है। उन्होंने  ट्वीट में लिखा कि वो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। कुल मिलाकर, एक ट्वीट को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की शिक्षा प्रणाली की आलोचना समझकर री-ट्वीट कर दिया । 

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