जोधपुर में हुई हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी ने चोटिल होने का नाटक किया, क्या है खबर की सच्चाई?
फर्जी खबर जोधपुर में हुई हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी ने चोटिल होने का नाटक किया, क्या है खबर की सच्चाई?
डिजिटल डेस्क, भोपाल। जोधपुर में 2-3 मई की रात को लाउडस्पीकर और झंडे को लेकर हिंसा भड़की थी। खबरों की माने तो 2 मई रात 12 बजे बड़ी संख्या में बीजेपी के लोगों ने मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर और झंडे हटा दिए। इसके बाद 3 मई की सुबह मुसलमानों ने नारेबाज़ी की और पथराव किया। इस हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी को भी चोट आई थी। इस के बाद इलाके में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गईं और कर्फ़्यू लगा दिया गया। इस मामले में पुलिस ने 97 लोगों को गिरफ़्तार भी किया। इस दौरान, इंटरनेट पर एक पुलिसकर्मी का वीडियो शेयर किया जाने लगा। वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा था कि पुलिसकर्मी ने चोटिल होने का नाटक किया है। वीडियो में पुलिसकर्मी के सिर पर खून के धब्बेवाला वाला रुमाल बांध रखा है। इस वीडियो को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
वीडियो की सच्चाई
जब हमने वीडियो की जांच पड़ताल की तो हमने पाया कि पुलिसकर्मी के सिर पर चोट का निशान दिख रहा है। साथ ही जोधपुर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस दावे को ग़लत बताया। जोधपुर पुलिस के आधिकारी ट्विटर हैंडल के मुताबिक, ASI धन्नाराम को जोधपुर के जालोरी गेट पर हुई हिंसा के दौरान सिर पर चोट आई थी। इस मामले को लेकर सरदारपुरा थाना में FIR भी दर्ज कराई गई थी। कुल मिलाकर, जोधपुर में हुई हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मी ASI धन्नाराम का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया था। जबकि वायरल वीडियो में ही साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ASI धन्नाराम के सिर पर चोट लगी है।