शहडोल: वर्गफिट तो दूर की बात एकड़ों जमीन पर निकल रहे अवैध कब्जे

  • कल्याणपुर बस्ती के पुलिस सर्वे में आ रहे चौंकाने वाले तथ्य, एकत्रित की जा रही पूरी जानकारी
  • अनेक लोगों ने तो एक एकड़ से अधिक जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है।
  • कई ऐसे लोगों ने परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग जमीनों पर कब्जा किया है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-25 08:47 GMT

डिजिटल डेस्क,शहडोल। संभागीय मुख्यालय में अधिकारियों की नाक के नीचे राजस्व विभाग ने कल्याणपुर की बस्तियों में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे की किस प्रकार से छूट दे रखी है, यह पुलिस विभाग के सर्वे में सामने आ रहा है।

सर्वे के शुरुआती दौर में ही चौंकाने वाली स्थितियां सामने आ रही हैं। जिसके अनुसार ज्यादातर लोग सरकारी जमीनों पर अवैध तरीके से बसे हुए हैं। यदि किसी के पास आवास अथवा किसी से क्रय करने पर जो जगह मिली उससे कहीं ज्यादा क्षेत्र में अवैध कब्जा करके रखा गया है।

अनेक लोगों ने तो एक एकड़ से अधिक जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है। कई ऐसे लोगों ने परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग जमीनों पर कब्जा किया है जिनके घर पहले से बने हुए हैं तथा एक साथ रहते हैं। यह बात भी सामने आ रही है कि अधिकतर कब्जाधारी जिले के मूल निवासी नहीं हैं।

इसलिए शुरु हुआ सर्वे

केंद्रीय विद्यालय के पास विगत दिवस नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कृत्य का मामला सामने आने के बाद यह उभर कर सामने आया कि स्थल से लगे इंदिरा बस्ती और अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में ऐसे बाहरी लोग आकर बसे हुए हैं, जो यहां के मूल निवासी नहीं है।

जो हैं भी तो उनके द्वारा सरकारी जमीनों पर व्यापक पैमाने पर अतिक्रमण कर घर या आवास बनाए हुए हैं। पुलिस विभाग द्वारा बसाहट के वास्तविक हकदारों एवं कई बातों का सर्वे शुरु कराया गया है।

जिसके तहत यहां बसे लोगों के प्रत्येक सदस्य के बारे में यह जानकारी जुटाई जा रही है कि उन्हें जमीनें कैसे प्राप्त हुईं, विभिन्न आवास योजना में मिली तो कितनी और कब्जा कितने में है। आधार सहित अन्य दस्तावेज बने हैं या नहीं, बने तो कैसे बने। मूल निवासी और अस्थायी निवास कहा हैं, आदि।

क्या करते रहे पटवारी व विभाग

पुलिस के सर्वे में अवैध कब्जों की भरमार के साथ बाहरी लोगों की बसाहट जैसी स्थिति सामने आ रही है। सवाल उठाए जा रहे हैं कि संभाग मुख्यालय से लगे गांव में अतिक्रमण होता रहा और पटवारी व राजस्व अमले को भनक तक नहीं लगी। आरोप लग रहे हैं कि पटवारियों की मिलीभगत से यह खेल लंबे समय से चल रहा है।

- सर्वे के दौरान हर तरह की जानकारी व लोगों के आपराधिक पृष्ठभूमि का भी पता लगाया जा रहा है। जो पुलिस के स्तर की होगी वह कार्रवाई हम करेंगे, जो प्रशासन के लायक होगी उसका कलेक्टर प्रतिवेदन कलेक्टर को दिया जाएगा।

कुमार प्रतीक, एसपी शहडोल

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