Satna News: जान से मारकर लिया गली में जमघट लगाने की मनाही का बदला

  • चौबीस घंटे के अंदर एमआर की हत्या का खुलासा, 3 गिरफ्तार
  • आरोपियों को गिरफ्तार कर सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया
  • पुलिस को हमलावरों की पहचान में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-12 08:22 GMT

Satna News: घर के पास जमघट लगाकर आपत्तिजनक हरकत से मना करने की मामूली सी बात पर प्रदीप पुत्र त्रिवेणी साकेत 22 वर्ष, कैलाश उर्फ बब्बू पुत्र रामबहोरी द्विवेदी 32 वर्ष और सोनू पुत्र बीरू चौधरी 19 वर्ष, निवासी कृष्णनगर, चाकू से हमला कर प्राइवेट दवा कंपनी के प्रतिनिधि को मौत के घाट उतार दिया था। कोलगवां पुलिस ने चौबीस घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है।

सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि रामकृष्ण पुत्र धनीराम चौरसिया 29 वर्ष, निवासी पटना-तमोली, जिला पन्ना, बीते एक साल से एमआर की नौकरी करने के साथ लगभग 4 महीने से ब्रम्हकुमारी आश्रम कृष्णनगर में अखिलेश सिंह के मकान में किराये पर निवासरत था।

रविवार की शाम को लगभग साढ़े 7 बजे वह अपनी बाइक से खाना खाने होटल जा रहा था, तभी आश्रम के पास घात लगाकर बैठे अज्ञात लोगों ने रास्ता रोककर रामकृष्ण पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे युवक की कमर और जांघ के पास कई घाव हो गए। हमले के बाद आरोपी भाग निकले, तो वहीं पीडि़त को मकान मालिक ने जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।

उतारी गईं चार टीमें

शहर के बीच में हुई हत्या की घटना पर एसपी आशुतोष गुप्ता ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सीएसपी के नेतृत्व में चार टीमें उतार दीं, जिसमें साइबर एक्सर्पट भी शामिल थे। पुलिसकर्मी सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ स्थानीय लोगों से पूछताछ और संदिग्धों की धरपकड़ में जुट गईं, मगर वारदात के समय बिजली बंद होने से कैमरे में भी साफ रिकार्डिंग नहीं आ रही थी, जिससे पुलिस को हमलावरों की पहचान में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

कई दिन से बना रहे थे हमले का प्लान

इसके बावजूद टीमें जुटी रहीं और घंटों की मशक्कत के बाद प्रदीप साकेत, कैलाश द्विवेदी और सोनू चौधरी को 3 प्रमुख संदिग्धों के तौर पर चिन्हित कर सोमवार दोपहर तक हिरासत में ले लिया गया, जिन्होंने पूछताछ में जुर्म कबूल करते हुए बताया कि मृतक के कमरे के पास ही उनका उठना-बैठना था, इस बात को लेकर एमआर रामकृष्ण ने कई बार नाराजगी जताई थी।

इसी खुन्नस के चलते एमआर को सबक सिखाने का प्लान बना लिया और कई दिन की रेकी के बाद रविवार शाम को मौका मिलते ही चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। प्रदीप और कैलाश पर मारपीट समेत कई मामले पूर्व से पंजीबद्ध हैं। इससे पूर्व सोमवार सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के पश्चात एमआर का शव उसके बड़े भाई कृष्ण गोपाल चौरसिया को सुपुर्द किया गया।

इनकी रही अहम भूमिका

ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करने में कोलगवां टीआई सुदीप सोनी, एसआई हरिदास तिवारी, एएसआई उमेश पांडेय, प्रधान आरक्षक बृजेश सिंह, वाजिद खान, रामानुज शर्मा, अतुल मिश्रा, सतेन्द्र सिंह, अंकित सिंह, भागीरथ मीणा, विक्रम सिंह, कमलाकर सिंह, आरक्षक धर्मेन्द्र गुर्जर, कृष्णरंजन सिंह, रिंकू, प्रतीक, राहुल, विवेक, सतेन्द्र यादव, उमाकांत तिवारी, श्याम मिश्रा के अलावा साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह और एएसआई दीपेश पटेल ने अहम भूमिका निभाई।

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