सतना: राजाधिराज मंदिर के पुनर्निर्माण की उम्मीद, विकसित किया जाएगा गिद्धकूट पर्वत
- ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर की मूर्तियां सतना के व्यंकटेश मंदिर में रखी गई हैं।
- पुन: निर्माण प्रारंभ कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया।
डिजिटल डेस्क,सतना। देवराज नगर में तकनीकी कारणों से बंद पड़े राजाधिराज मंदिर के पुनर्निर्माण की उम्मीद बंधी है। प्रसिद्ध गिद्धकूट पर्वत में इन पक्षियों के संरक्षण की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी।
बाणसागर के सिरसी टापू से मार्कण्डेय होकर लौटते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने राजाधिराज मंदिर के निर्माण के संबंध में ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की। जानकारी दी गई कि डूब में आने के कारण मिले मुआवजा से पुनर्निर्माण शुरू कराया गया था, किंतु तकनीकी बाधाओं के कारण काम बंद हो गया।
उप मुख्यमंत्री ने नक्शे का अवलोकन करते हुए पुन: निर्माण प्रारंभ कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया।
व्यंकटेश मंदिर में हैं मूर्तियां
ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर की मूर्तियां सतना के व्यंकटेश मंदिर में रखी गई हैं। प्रसिद्ध गिद्धकूट पर्वत की जानकारी के दौरान उपमुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि नवीन गणना के अनुसार मौजूदा समय में उस पर्वत में 230 गिद्ध हैं।
श्री शुक्ल ने कहा कि गिद्ध पक्षियों के संरक्षण की संभावनाएं तलाश कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, वन समिति के सभापति हरीश कांत त्रिपाठी, आशुतोष गुप्ता, सरपंच प्रिंस सिंह भी साथ में थे।