नाबालिग किशोरी से गैंगरेप के तीन आरोपियों के घरों पर चला बुलडोजर
सामुहिक दुराचार की जघन्य घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों के घर प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर नेस्तनाबूत कर दिए
डिजिटल डेस्क,सतना। पेट दर्द का इलाज कराने चित्रकूट पहुंची नाबालिग किशोरी से सामुहिक दुराचार की जघन्य घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों के घर प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर नेस्तनाबूत कर दिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप सोमवार दोपहर को मझगवां एसडीएम जितेंद्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में एसडीओपी आशीष जैन, प्रभारी तहसीलदार सुमित गुर्जर, नगरपरिषद के सीएमओ विशाल सिंह और चित्रकूट टीआई एच एल मिश्रा दलबल के साथ पहले केवटराज पहुंचे और कागजी कार्रवाई के बाद आरोपी संतोष उर्फ बच्चू कुशवाहा और विनोद निषाद के मकानों को बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त करा दिया फिर नयागांव निवासी आरोपी मोहित उर्फ गोलू निषाद के घर को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। यह कार्रवाई सुबह 11 बजे से शुरू होकर शाम साढ़े 6 बजे तक चली।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए मझगवा, धारकुंडी, बरौंधा समेत जिला मुख्यालय से अजाक थाना प्रभारी को दलबल के साथ बुलाया गया था। घरों को गिराने की कार्रवाई से एक दिन पहले आरोपियों को नगर परिषद चित्रकूट की तरफ से नोटिस भेजी गयी थी।गौरतलब है कि 5 मार्च को नाबालिग किशोरी अपनी मां के साथ इलाज कराने चित्रकूट गयी थी,जहां रात हो जाने पर मां ने अपने पूर्व परिचित मनोज यादव निवासी सोहाना जिला बांदा की देखरेख में बेटी को छोड़ दिया और मझगवा लौट आती।तब देर रात आरोपी मनोज ने नाबालिग को भरतघाट पर ले जाकर इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध बनाए,तभी नशे में धुत्त 5 नाविक संतोष कुशवाहा, विनोद निषाद,मोहित निषाद निवासी चित्रकूट-एमपी, पंकज उर्फ रंपत जोशी और रामगोपाल निषाद आ गये जिन्होंने नाबालिग और मनोज को पकड़ लिया। दोनों को अलग-अलग नाव से नदी में लेजाकर आरोपियों ने नाबालिग से गैंगरेप किया फिर दोनों को नदी किनारे छोडकर भाग गए।घटना सामने आने पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर पीड़ित की मां के परिचित मनोज समेत 5 नाविकों को कुछ घंटों में पकड़ लिया था। यूपी के मूल निवासी आरोपियों पर कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन से संपर्क किया जाएगा।