कान्हा के जंगल से रहवासी इलाके में पहुंच रहे जंगली हाथी -पटपटा, मॉनेगांव में फसलों को पहुंचाया नुकसान

कान्हा के जंगल से रहवासी इलाके में पहुंच रहे जंगली हाथी -पटपटा, मॉनेगांव में फसलों को पहुंचाया नुकसान

Bhaskar Hindi
Update: 2020-08-04 09:50 GMT
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डिजिटल डेस्क मंडला । कान्हा के जंगल से तीन माह बाद जंगली हाथी फिर निकलकर रहवासी इलाके में पहुंचे है। रविवार को मानेगांव पटपरा के खेतों में नुकसान पहुंंचाया है। इसके बाद लमना गांव के पास जंगल में डेरा डाले है। यहां रहवासी इलाके में हाथियों के आने के बाद ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने नुकसानी की जांच कर मुआवजे की मांग की है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ से दो जंगली हाथी मंडला, सिवनी और नरसिंहपुर पहुंच गये थे। यहां काफी नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी मंडला फिर वापस आ गये। महाराजपुर, मंडला, जगमंडल, बिछिया रेंज में कान्हा और पेंच पार्क की टीम के द्वारा हाथियों को कान्हा ने जंगल में ले जाया गया। यहां मई माह में हाथी पहुंच गये थे।  यहां करीब 3 माह तक हाथी कान्हा के अंंदर ही रहे है। कान्हा के हाथियों के आसपास ही इनका डेरा रहता था। लेकिन रविवार को जंगली हाथी जंगल से बाहर रहवासी इलाके में आ गये है। जिससे ग्रामीण दहशत में है।
खेतों मेेंं फसल को नुकसान- यहां हाथी पटपरा मानेगांव में मानसिंह और अन्य किसानों के खेतों में घुसे है। मानसिंह के दो खेतों की फसल नष्ट कर दी है। इसके बाद हाथी लमना के जंगल में सोमवार को रहे है। खेतों में फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद किसानों में रोष है। यहां किसानों का कहना है कि कान्हा हाथियों के रहवासी इलाके में आने से रोकने के लिए व्यवस्था बनाये। जिससे उनकी फसल सुरक्षित रहे। यहां ग्रामीणों ने जिन किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। उन्हे मुआवजा देने की मांग की है। 
कान्हा की टीम मौके पर पहुंची- जंगली हाथियों ने रहवासी इलाके में आने की खबर के बाद कान्हा नेशनल पार्क के अधिकारी मौके पर पहुचे है। संचालक एल कृष्णमूर्ति, सहायक संचालक श्री सिन्हा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे है। यहां रहवासी इलाके और हाथियों की सर्चिंग की गई है। हाथियों को रहवासी इलाके से दूर  ले जाया जाएगा। जिससे कि यहां फसलों को हाथी नुकसान नही पहुंचाये।
 

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